सावन के मेलों में नियमों की उड़ रही धज्जियां
कोरोना संक्रमण काल में केंद्र और राज्य सरकार ने सार्वजनिक धार्मिक और सांस्कृतिक गतिविधियों को प्रतिबंधित किया है।
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : कोरोना संक्रमण काल में केंद्र और राज्य सरकार ने सार्वजनिक धार्मिक और सांस्कृतिक गतिविधियों को प्रतिबंधित किया है। जिससे कोरोना संक्रमण पर प्रभावी रोक लग सके। लेकिन, कुछ लोग इसे बेहद ही हल्के में ले रहे हैं। सीमांत जनपद उत्तरकाशी में तो धार्मिक और सांस्कृतिक गतिविधि चल रही है, जिनमें शारीरिक दूरी सहित अनिवार्य रूप से मास्क पहनने के नियमों की धज्जियां उड़ रही हैं।
शनिवार को इसका संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने सभी एसडीएम और पुलिस प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि बिना अनुमति आयोजन करने और कोविड-19 के नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करें। गौरतलब है कि जनपद में इन दिनों सावन के मेले आयोजित हो रहे हैं। इन मेलों में संबंधित क्षेत्र के विधायक भी शामिल हो रहे हैं। लोगों की जमकर भीड़ उमड़ रही है। कोविड-19 के बचाव के लिए जो नियम बनाए गए हैं, उनका जमकर उल्लंघन हो रहा है। न तो शारीरिक दूरी दिख रही है और न कोई भीड़ में मास्क का उपयोग कर रहा है। दूसरी और जनपद में ऐसे लोग भी कोरोना पॉजिटिव आने लगे हैं, जिनकी कोई ट्रेवल हिस्ट्री नहीं है। जो सबसे अधिक चिताजनक है। अगर कोई ऐसा कोरोना पॉजिटिव इन मेलों में चला गया तो यह तय है कि मेलों में नाचने गाने वाले ही कोरोना संक्रमण फैलाने के मददगार बनेंगे। पिछले तीन दिनों में गंगा घाटी से लेकर यमुना घाटी तक सावन के मेले चल रहे हैं। जिसमें लोगों की भीड़ उमड़ रही है साथ में सोशल मीडिया पर भी वीडियो और तस्वीरों को अपलोड किया जा रहा है। जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने कहा कि उनके पास कुछ तस्वीर और वीडियो आए हैं। इस मामले में एसडीएम और पुलिस को मामलों का संज्ञान लेकर कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।