माघ मेले में हुआ कमलव्यूह मंचन
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : माघ मेले (बाड़ाहाट का थौलू) के आठवें व अंतिम दिन दशकी क
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : माघ मेले (बाड़ाहाट का थौलू) के आठवें व अंतिम दिन दशकी कबाटा गांव के कलाकारों ने कमलव्यूह का मंचन कर दर्शकों को भाव विभोर किया तथा अर्जुन की वीरता को भी देखा। कलाकारों ने सर्व प्रथम मंच पर अभिमन्यु नाटक चक्रव्यूह का मंचन किया। इसके बाद कमलव्यूह में अर्जुन ने जयद्रथ का वध किया गया। इसके साथ ही स्थानीय कलाकारों ने गीत व नृत्य की प्रस्तुति दी। जबकि भटवाड़ी व डुंडा ब्लॉक की महिलाओं और युवतियों ने पारंपरिक फैशन-शो किया, जो खासा आकर्षण का केंद्र रहा। मेले के समापन पर मेला आयोजकों ने प्रतिभाओं सहित सांस्कृतिक दलों, खिलाड़ियों तथा छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया।
मेले के समापन पर मुख्य अतिथि पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष नारायण ¨सह राणा ने कहा कि जिला पंचायत ने माघ मेले में अपनी पारंपरिक संस्कृति को संजोए रखा हुआ है। आगे भी हमें अधिक से अधिक अपनी संस्कृति के संरक्षण एवं बचाए रखने को लेकर आगे आने की आवश्यकता है। जिससे हम अपनी सांस्कृतिक विरासत को अपनी आने वाली पीढ़ी को इसे सौंप सकें। इस मौके पर पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष नत्थीलाल शाह ने माघ मेले में आयोजित कार्यक्रमों की सराहना करते हुए कहा कि इस मेले में उत्तराखंड की लोक संस्कृति देखने को मिलती हैं। उन्होंने कहा कि मेले हमारी संस्कृति की धरोहर हैं इसे संजोए रखने एवं संरक्षण के लिए सभी लोगों को आगे आना चाहिए। जिला पंचायत अध्यक्ष जशोदा राणा ने कहा कि पौराणिक माघ मेले में हमारी लोक संस्कृति की का समावेश किए जाने का प्रयास किया गया। मेले को सफल बनाने के लिए सभी का सहयोग सराहनीय रहा है। जिला पंचायत ने मेले को भव्य व बेहतर बनाने के लिए पूरा प्रयास किया है। इस मौके पर जिपं अध्यक्ष ने माघ मेले के नाम पर राजनीति करने वालों पर भी तंज कसा।
जिला पंचायत सदस्य संगठन के अध्यक्ष कुलदीप ¨सह बिष्ट, पवन नौटियाल, मंगला राणा, जितेंद्र ¨सह राणा, संतोषी सजवाण, मंच संचालक शिवरतन ¨सह रावत आदि उपस्थित थे।