पहाड़ी दरकी, डीएम और एसपी ने भागकर बचाई जान
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : यमुनोत्री धाम का जायजा लेकर लौट रहे उत्तरकाशी के जिलाधिकारी
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : यमुनोत्री धाम का जायजा लेकर लौट रहे उत्तरकाशी के जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान और पुलिस अधीक्षक ददन पाल के काफिले पर एक चट्टान का मलबा आ गिरा। दोनों ने किसी तरह भागते हुए जान बचाई। भूस्खलन जोन डाबरकोट के पास हुए इस हादसे में जिलाधिकारी बाल-बाल बच गए और एसपी को मामूली चोट आई है। दोनों के वाहन वहीं फंसे हुए हैं।
दरअसल, यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर प्रमुख पड़ाव बड़कोट से 20 किलोमीटर दूर डाबरकोट में एक पखवाड़े से भूस्खलन जोन सक्रिय है। 400 मीटर लंबे इस क्षेत्र में इन दिनों वाहनों की आवाजाही भी बंद है। हल्की बारिश में ही यहां मलबा गिरना शुरू हो जाता है। ऐसे में यात्रियों को वैकल्पिक मार्ग से पैदल ही इस भाग को पार कराया जा रहा है। इसके बाद यात्री दूसरी तरफ वाहनों में सवार होकर गंतव्य तक पहुंच रहे हैं। यमुनोत्री धाम में बादल फटने से हुए नुकसान का जायजा लेने मंगलवार को जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक जानकीचट्टी और धाम गए। देर शाम दोनों अधिकारी अन्य अफसरों के साथ लौट रहे थे कि एकाएक डाबरकोट में भूस्खलन शुरू हो गया। काफिले में शामिल बड़कोट के एसओ विनोद थपलियाल और तहसीलदार बुद्धिलाल श्रीयाल के वाहन डेंजर जोन को पार कर गए, लेकिन हालात को देखते हुए डीएम और एसपी पैदल चलने लगे। तभी एकाएक पहाड़ी से बोल्डर गिरने शुरू हो गए। इस पर दोनों अफसर भागने लगे। इसी दौरान एसपी ददन पाल के पैर में चोट लग गई। किसी तरह दोनों अधिकारी भूस्खलन जोन को पार कर दूसरी ओर पहुंच और अन्य वाहनों से बड़कोट आए। यहां एसपी का उपचार किया गया। डाबरकोट के निकट ओजरी गाव की प्रधान पुष्पा देवी ने बताया कि अधिकारियों के वाहन मौके पर ही फंसे हैं।