कलक्ट्रेट परिसर में ध्वस्तीकरण नहीं कर पाई जेसीबी
पुराने जर्जर भवनों को ध्वस्त करने को लेकर बुधवार को प्रशासन की जेसीबी कलक्ट्रेट परिसर पहुंची।
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी: पुराने जर्जर भवनों को ध्वस्त करने को लेकर बुधवार को प्रशासन की जेसीबी कलक्ट्रेट परिसर पहुंची। लेकिन, उप डाकघर और रेलवे बुकिग काउंटर के आगे के पिलर को ही ध्वस्त कर पाई। उप डाकघर और रेलवे बुकिग काउंटर स्थानांतरित किए बिना प्रशासन की इस कार्रवाई पर सवाल उठ रहे हैं। वहीं अपने ही परिसर में प्रशासन की परीक्षा भी हो रही है। भले ही प्रशासन का दावा है कि डाक घर और रेलवे बुकिग काउंटर के लिए कलक्ट्रेट परिसर के अंदर ही दूसरे भवन में इंतजाम कर दिया गया है। लेकिन, अभी तक वहां लाइट व अन्य व्यवस्थाएं उपलब्ध नहीं हो सकी हैं।
कलक्ट्रेट परिसर में कंडार देवता मंदिर से लेकर अधिवक्ताओं के चैंबर तक जर्जर भवनों को हटाकर निर्वाचन भवन तैयार होना है, जिसमें ईवीएम रखी जानी हैं। भवन का निर्माण एक वर्ष पहले शुरू हो जाना चाहिए था। लेकिन, जर्जर भवन में रेलवे बुकिग काउंटर और कलक्ट्रेट का उप डाकघर के अलावा दो अन्य अवैध कब्जे होने के कारण जर्जर भवन का ध्वस्तीकरण नहीं हो पाया। इसके चलते ही निर्वाचन विभाग के नए भवन का निर्माण भी शुरू नहीं हो पाया। लेकिन, बुधवार को उप जिलाधिकारी देवेंद्र सिंह नेगी ने लोनिवि की जेसीबी और टीम बुलाई और जर्जर भवन को ध्वस्त करने की कार्रवाई शुरू की। लेकिन, जिस भवन को ध्वस्त किया जाना था, उससे न तो रेलवे काउंटर हटाया गया और न उप डाक घर। इसके अलावा दो अन्य अतिक्रमण भी नहीं हटाए गए। ऐसे में ध्वस्तीकरण की कार्रवाई नहीं हो सकी। उप जिलाधिकारी देवेंद्र सिंह नेगी ने कहा कि उप डाकघर और रेलवे बुकिग काउंटर के लिए स्थान आवंटित किया गया है। जो कब्जे हैं उन्हें हटने के लिए गुरुवार सुबह तक का समय दिया गया है। गुरुवार को पुलिस की सहायता से ध्वस्तीकरण की कार्रवाई फिर शुरू की जाएगी।