हिमालय नीति से ही हिमालय का विकास
उत्तरकाशी रक्षासूत्र आंदोलन के सूत्रधार सुरेश भाई ने कहा कि हिमालय लोकनीति में हिमालय
उत्तरकाशी : रक्षासूत्र आंदोलन के सूत्रधार सुरेश भाई ने कहा कि हिमालय लोकनीति में हिमालय विकास की सही दिशा है। हिमालय विकास की क्या नीति है, इस पर दशकों से चर्चा हो रही है।
शनिवार को काशी विश्वनाथ चौक के समीप रेडक्रॉस भवन में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि इस विषय पर 9,11 नवंबर 2011 को देहरादून में हिमालयी राज्यों के करीब 200 प्रतिनिधियों ने हिमालय नीति के विषय पर एक सम्मेलन किया था, तीन दिवसीय इस सम्मेलन में विशेषज्ञों ने हिमालय नीति की मांग की है। हिमालय के लिए अलग नीति चाहिए, इससे संबंधित सरकारी आंकडे जैसे वन, वन्य जीव, ग्लेशियर, बाढ़, भूकंप, पर्यटन, कृषि, जलवायु परिवर्तन, पर्यावरणीय सेवायें आदि हैं। हिमालय नीति के मुख्य बिदु जैसे एकीकृत जल, जंगल, जमीन का सारांश, वन, वनभूमि, वन औषधी, जल ऊर्जा, सिचाई, कृषि भूमि, फसल सुरक्षा, संस्कृति, समाज, शिक्षा, पर्यावरण रोजगार, स्वास्थ्य, स्वच्छता आदि विषयों पर विकास का मॉडल है। हिमालय नीति बनेगी तो तभी हिमालय का विकास संभव है। इस मौके पर पवना नौटियाल, प्रेमा बधानी, देव बधानी आदि शामिल थे। (संस)