जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी: Gangotri National Park: गंगोत्री नेशनल पार्क हिम तेंदुओं के लिए सुरक्षित ठौर साबित हो रहा है। पार्क में 40 से अधिक हिम तेंदुओं की मौजूदगी है। सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के मेजर बीनू वीएस ने बीती 27 फरवरी को भैरव घाटी और नेलांग के बीच एक तंदुरुस्त हिम तेंदुआ देखा, जो आराम से टहलता हुआ पहाड़ी की ओर आगे बढ़ा।
इसके बाद मेजर बीनू ने गंगोत्री नेशनल पार्क को इसका फोटो वीडियो भी साझा किया। इससे पहले भारतीय वन्यजीव संस्थान (डब्लूआइआइ) की टीम को बीते वर्ष 11 दिसंबर को नागा और सोनम के बीच एक हिम तेंदुआ दिखा था।
वर्ष 1989 में स्थापित गंगोत्री नेशनल पार्क का क्षेत्रफल 2390 वर्ग किमी है। पार्क की सीमा हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले, टिहरी जिले के खतलिंग ग्लेशियर, चमोली जिले के घस्तौली-माणा क्षेत्र और भारत-चीन सीमा से लगी हुई है।
यहां हिम तेंदुआ, अरगली भेड़, भरल, भूरा भालू, सेराव, लाल लोमड़ी, कस्तूरी मृग, हिमालयन वीजल, हिमालयी थार जैसे वन्य जीवों की बहुलता है। विशेष यह कि बीते कुछ वर्षों में यहां हिम तेंदुए की सक्रियता बढ़ी है।
पार्क के कर्मियों व पर्यटकों ने हिम तेंदुए को देखा
हिम तेंदुए सिर्फ गंगोत्री नेशनल पार्क और डब्लूआइआइ के कैमरा ट्रैप में ही नहीं आए, बल्कि गंगोत्री नेशनल पार्क के कर्मियों व पर्यटकों के साथ भारत-चीन सीमा पर तैनात आइटीबीपी, सेना, बीआरओ के अधिकारियों ने भी इन्हें समय-समय पर देखा है। हाल ही में सीमा सड़क संगठन के मेजर बीनू वीएस ने भैरव घाटी और नेलांग के बीच पागल नाले के बीच हिम तेंदुआ को विचरण करते देखा। मानवीय गतिविधि को भांपकर हिम तेंदुआ पहाड़ी की ओर आगे बढ़ गया।
विदित हो कि उत्तराखंड में हिम तेंदुआ की संख्या 121 के आसपास है। सबसे अधिक हिम तेंदुआ गंगोत्री नेशनल पार्क में हैं। पार्क के उप निदेशक आरएन पांडेय कहते हैं कि पार्क में हिम तेंदुआ की सुरक्षा के साथ पर्याप्त भोजन व सुरक्षित विचरण स्थल हैं। साथ ही पार्क में वन्यजीवों का संतुलन भी काफी अच्छा है, जिससे यहां हिम तेंदुआ की संख्या बढ़ रही है। बीआरओ की टीम ने हाल ही में हिम तेंदुआ का दीदार किया है।
बढ़ी है हिम तेंदुआ की संख्या
उत्तराखंड में हिम तेंदुआ की संख्या में वृद्धि हुई है। वर्ष 2016 में यहां 86 हिम तेंदुआ थे, जो वर्ष 2022 में बढ़कर 120 के आसपास हो गए। गंगोत्री नेशनल पार्क में हिम तेंदुआ की संख्या 17 से बढ़कर 40 के करीब पहुंची है।
भारतीय वन्यजीव संस्थान की ओर से हर वर्ष उत्तराखंड के उच्च हिमालयी क्षेत्र में हिम तेंदुआ की गतिविधि को कैद करने के लिए कैमरा ट्रैप लगाए जाते हैं। इस बार पार्क क्षेत्र में 105 कैमरा ट्रैप लगाए गए हैं, जिनकी रिपोर्ट अप्रैल में सामने आएगी। हिम तेंदुआ की मौजूदगी समुद्रतल से 3000 मीटर से लेकर 5500 मीटर की ऊंचाई तक देखी गई है। पार्क का अधिकांश क्षेत्र इसी ऊंचाई पर पड़ता है।