देशी-विदेशी पर्यटकों की सैरगाह बना गंगोत्री हिमालय, पहुंचे 13 हजार से ज्यादा पर्यटक
गंगोत्री हिमालय की वादियां में इस वर्ष 15 अप्रैल से लेकर अब तक 13 हजार भारतीय व 900 विदेशी पर्यटक ने ट्रैकिंग और पर्वतारोहण कर चुके हैं। हर दिन सौ से अधिक पर्यटक पहुंच रहे हैं।
उत्तरकाशी, [शैलेंद्र गोदियाल]: गंगोत्री हिमालय की वादियां देश-दुनिया से पर्वतारोहण और ट्रैकिंग के शौकीनों को लगातार अपनी ओर खींच रही हैं। इसी की बानगी है कि इस वर्ष 15 अप्रैल से लेकर अब तक 13 हजार भारतीय व 900 विदेशी पर्यटक ने गंगोत्री हिमालय में ट्रैकिंग और पर्वतारोहण कर चुके हैं। इन दिनों भी गंगोत्री हिमालय की ट्रैकिंग के लिए हर दिन सौ से अधिक देशी-विदेशी पर्यटक पहुंच रहे हैं।
गंगोत्री हिमालय की वादियां ट्रैकिंग और पर्वतारोहण के लिए बेहद मुफीद मानी जाती हैं। इस क्षेत्र में भागीरथी (गंगा) का उद्गम स्थल गोमुख व हिमालय का टिप-इन-टॉप कहे जाने वाले तपोवन समेत 70 से अधिक विश्वविख्यात चोटियां हैं।
पर्वतारोही इन चोटियों को एवरेस्ट फतह करने वाली सीढ़ियां मानते हैं। दुनिया के ज्यादातर प्रख्यात पर्वतारोहियों ने एवरेस्ट की चढ़ाई का प्रशिक्षण इन्हीं चोटियों पर लिया। आइएमएफ (इंडियन माउंटेनियरिंग फाउंडेशन) ने भी भारत में सर्वाधिक चढ़ी जाने वाली चोटियां इसी क्षेत्र में चिह्नित की हैं। गंगोत्री नेशनल पार्क के रेंज अधिकारी प्रताप सिंह पंवार बताते हैं कि इस सीजन में पर्वतारोहण के 25 ग्रुप गंगोत्री हिमालय में गए। इनमें 12 ग्रुप विदेशी पर्वतारोहियों के थे। जबकि, कालिंदीखाल पास इस बार दस ग्रुप गए। इनमें चार ग्रुप विदेशी और छह ग्रुप भारतीय पर्यटकों के थे।
उत्तरकाशी में है दुनिया का नामचीन नेहरू पर्वतारोहण संस्थान
पर्वतारोहण के लिए गंगोत्री हिमालय में छोटी-बड़ी कई चोटियां होने के कारण उत्तरकाशी जिले में पर्वतारोहण प्रशिक्षण के लिए दुनिया का नामचीन नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (निम) भी स्थापित है। यहां से भारत की प्रथम महिला एवरेस्ट विजेता बछेंद्री पाल, डॉ. हर्षवंती बिष्ट, सुश्री चंद्रप्रभा ऐतवाल, संतोष यादव, अर्जुन वाजपेयी, कृष्णा पाटिल, लवराज धर्मशक्तु, सुमन कुटियाल जैसे तमाम प्रख्यात पर्वतारोहियों के अलावा हजारों लोग प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके हैं।
तेनजिंग नॉर्गे ने भी सबसे पहले लांघी थी बंदरपूंछ चोटी
गंगोत्री हिमालय की रेंज में पड़ने वाली बंदरपूंछ चोटी का आरोहण सबसे पहले प्रसिद्ध भारतीय पर्वतारोही शेरपा तेनजिंग नॉर्गे ने वर्ष 1950 में किया था। इसके बाद 29 मई 1953 को उन्होंने एडमंड हिलेरी के साथ पहली बार एवरेस्ट आरोहण का रिकॉर्ड बनाया था।
गंगोत्री हिमालय में हैं कई बेहद मुश्किलों भरे ट्रैक
गंगोत्री क्षेत्र की प्रमुख 18 चोटियों का आरोहण करने वाले एवरेस्ट विजेता विष्णु सेमवाल बताते हैं कि गंगोत्री हिमालय में आरोहण की जाने वाली सबसे अधिक विश्व प्रसिद्ध चोटियां हैं। कुछ चोटियों के आरोहण के ट्रैक सामान्य हैं तो कुछ के बेहद मुश्किलों भरे। इन पर पर्वतारोहियों को खुद ही रस्सी बांधकर आगे बढ़ना पड़ता है। टेक्निकल चोटियों में थले सागर व शिवलिंग चोटी शामिल हैं।
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