छोटा वैज्ञानिक पहुंचा घर, जश्न में डूबा गांव
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी: राष्ट्रीय इंस्पायर अवार्ड लेकर जब 14 वर्षीय ऋतिक चमियाल अपने गां
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी: राष्ट्रीय इंस्पायर अवार्ड लेकर जब 14 वर्षीय ऋतिक चमियाल अपने गांव बिगराड़ी पहुंचा तो बच्चे की सफलता पर पूरा गांव जश्न में डूब गया। ग्रामीणों ने ऋतिक का फूल माला पहनाकर स्वागत किया। साथ ही गांव में मिठाई भी बांटी। यहीं नहीं आसपास के ग्रामीण भी गांव पहुंचे और ऋतिक का मनोबल बढ़ाया। बिगराड़ी निवासी पूर्व प्रधानाचार्य आरएस रावत ने कहा कि बच्चों की सफलताओं पर सामूहिक रूप से खुशियां मनाने से उनका मनोबल बढ़ता है। साथ ही अन्य बच्चों को भी प्रेरणा मिलती है।
गौरतलब है कि नौगांव ब्लॉक के राजकीय इंटर कॉलेज गडोली में कक्षा नौ में पढ़ने वाले 14 वर्षीय ऋतिक ने धान कुटाई के लिए मशीन बनाई है। ये ऐसी मशीन है, जिसे पैडल मारकर साइकिल की तरह चलाया जा सकेगा। इससे जहां धान की कुटाई आसानी से हो जाएगी। वहीं, साइकिल की तरह पैडल मारकर धान कूटने के साथ व्यायाम भी कर सकते हैं। मशीन को आसानी से कहीं भी लाया और ले जाया जा सकता है। इसी मशीन के मॉडल के लिए ऋतिक चमियाल को राष्ट्रीय इंस्पायर अवार्ड मिला है। अभिप्रेरित अनुसंधान के लिए ऋतिक के मॉडल का चयन पहले ब्लॉक, जिले, राज्य के बाद राष्ट्रीय स्तर पर चयन हुआ है। ऋतिक को राष्ट्रीय इंस्पायर अवार्ड से सम्मानित किया गया। बीते रोज ऋतिक पुरस्कार लेकर गांव लौटा तो ग्रामीण बाल वैज्ञानिक को लेने सड़क तक पहुंचे। इसके साथ ही ग्रामीणों ने ऋतिक की माता खजानी देवी और पिता किशन ¨सह चमियाल को बधाई दी। ऋतिक के मार्गदर्शक शिक्षक चमन चौहान, आनंद बिजल्वाण, जयवीर चौहान ने खुशी जताई।