24 से 26 जुलाई तक बंद रहेगा बर्नीगाड़ बाजार
जिले में कोरोना के संक्रमित मरीज मिलने पर क्षेत्र में व्यापारी वर्ग ने बाजार बंद रखने का निर्णय लिया है।
संवाद सूत्र, नौगांव/बर्नीगाड़ : जिले में कोरोना के संक्रमित मरीज मिलने पर क्षेत्र में व्यापारी वर्ग भी सक्रिय हो गया है। सुरक्षा के दृष्टिगत व्यापारियों ने अपने-अपने क्षेत्रों में बाजार खोलने व बंद करने के नियम बना लिए हैं। गुरुवार को नौगांव ब्लॉक अंतर्गत गडोली-बनाल के व्यापारियों ने एक दिन के लिए बाजार बंद रखा। वहीं, अब बर्नीगाड़ में व्यापार मंडल ने भी 24 से 26 जुलाई तक बाजार को बंद करने का निर्णय लिया है।
बर्नीगाड़ व्यापार मंडल अध्यक्ष विजेंद्र सिंह रावत ने बताया कि कोरोना महामारी को देखते हुए 27 जुलाई से व्यापारियों ने सुबह 7 से दोपहर 2 बजे तक बाजार खोलने का निर्णय लिया।
उधर, गडोली-बनाल के व्यापार मंडल अध्यक्ष अनिल रावत, एलएस कलूड़ा, विजय रावत, चैन सिंह, अस्तम सिंह और राकेश कुमार ने बताया कि इस कस्बे में ब्लॉक के करीब 40 गांवों के ग्रामीण खरीदारी करने आते हैं। जिसके कारण व्यापारियों ने एक दिन के लिए बाजार बंद करने का निर्णय लिया। नियमों का उलंघन करने वाले व्यापारियों पर 15 सौ रुपये जुर्माना लगाने का निर्णय लिया गया है।
इस मौके पर कुंवर सिंह तोमर, प्रदीप, राकेश, अमित, दीवान, लोकेंद्र, हुकम सिंह, मोहन सेमवाल आदि मौजूद थे। बड़कोट बाजार में अब 26 जुलाई तक लॉकडाउन
बड़कोट : नगर पालिका क्षेत्र में बढ़ते कोरोना के प्रकोप के चलते व्यापारियों ने 3 दिन का फिर से लॉकडाउन करने का निर्णय लिया है। यानि 26 जुलाई तक बड़कोट में लॉकडाउन रहेगा। इस संबंध में व्यापारियों ने उपजिलाधिकारी को पत्र भेजकर बाजार बंद रखने में सहयोग की अपील की है। नगर पालिका बड़कोट में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं। यहां पहले व्यापारियों ने 21 से 23 जुलाई तक लॉकडाउन किया था। अब 24 से 26 जुलाई तक लॉकडाउन रखने का निर्णय लिया है। इस लॉकडाउन में सुबह सात से सुबह दस बजे तक दूध की दुकानें खुली रहेंगी। लॉकडाउन में मेडिकल की दुकानें बंदी से मुक्त रखी हैं। व्यापार मंडल के महामंत्री सुरेंद्र रावत ने बताया कि इस संबंध में एसडीएम बड़कोट को सहयोग की अपील के लिए पत्र दिया गया। व्यापार मंडल ने प्रशासन के खिलाफ नाराजगी जाहिर की है। व्यापार मंडल ने कहा कि कोरोना पॉजिटिव निकले व्यापारियों की अनदेखी की जा रही है। पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद भी व्यापारी भाइयों को आइसोलेट नहीं किया गया है, जो कि गंभीर विषय है।