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पीएमजीएसवाई की सुस्ती ग्रामीणों पर पड़ रही भारी

संवाद सूत्र, पुरोला: मोरी प्रखंड के गड़ूगाडपट्टी के सुदूरवर्ती खरसाड़ी- जीवाणु मोटर मार्ग बीत चार वर्

By JagranEdited By: Published: Sat, 24 Jun 2017 01:00 AM (IST)Updated: Sat, 24 Jun 2017 01:00 AM (IST)
पीएमजीएसवाई की सुस्ती ग्रामीणों पर पड़ रही भारी
पीएमजीएसवाई की सुस्ती ग्रामीणों पर पड़ रही भारी

संवाद सूत्र, पुरोला: मोरी प्रखंड के गड़ूगाडपट्टी के सुदूरवर्ती खरसाड़ी- जीवाणु मोटर मार्ग बीत चार वर्षों से बदहाल है।

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गड़ूगाड पट्टी अंतर्गत रमालागांव, डोभालगांव, कुमाणाईरा, बजाना, देवजानी, खरसाड़ी, जीवाणु गांव को मोटर मार्ग से जोड़ने के लिए वर्ष 2011 में शासन ने 12 किमी सड़क के लिए चार करोड़ रुपये स्वीकृत हुए। निर्माणदायी संस्था पीएमजीएसवाई को सड़क का निर्माणकार्य सौंपा था। वर्ष 2012 में निर्माणदायी संस्था ने सड़क का निर्माणकार्य शुरू किया था। जो पूरा नहीं हो सका। बदहाल सड़क के कारण मार्ग पर छोटे वाहनों का संचालन जानलेवा बना हुआ है। मानकों के अनुरुप सड़क निर्माण नहीं होने से कई बार यात्रियों को वाहनों से उतकर स्वयं वाहनों पर धक्का मारना पड़ता है।

स्थानीय ग्रामीण सूरत ¨सह चौहान, जोगेंद्र ¨सह और सुनील ने बताया कि डामरीकरण तो दूर विभाग ने चार वर्ष से न तो सड़क की नालियां बनायी और न ही सड़क क¨टग कर जगह-जगह पड़े मलबे को हटाया, सड़क पर जमा मलवे से पैदल रास्ते भी चलने लायक नहीं रह गए हैं। सड़क का डामरीकरण और मलबा हटाने को लेकर कई बार संबंधित विभाग को लिखित और मौखिक तौर पर अवगत कराया जा चुका है, लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। इस बारे में अधिशासी अभियंता, पीएमजीएसवाई पुरोला

खरसाड़ी-जीवाणु सड़क क¨टग फेज एक का कार्य पीएमजीएसवाई शिवनारायाण ¨सह का कहना है कि उत्तरकाशी डिवीजन द्वारा कराया गया है। फेज 2 के टेंडर लगा दिए गए हैं जल्द ही अधूरी क¨टग, नाली निर्माण और जमा मलबे को हटाने का काम शुरू कर दिया जाएगा।


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