हाईवे पर मलबा व अतिक्रमण बाधा
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : गंगोत्री हाईवे पर डबल लेन का काम चल रहा है, लेकिन बीआरओ के लिए जिला मुख
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : गंगोत्री हाईवे पर डबल लेन का काम चल रहा है, लेकिन बीआरओ के लिए जिला मुख्यालय समेत अन्य आबाद बस्तियों में सड़क पर भारी अतिक्रमण के साथ ही भूस्खलन जोन से आ रहा मलबा बाधा डाल रहा है।
गंगोत्री व यमुनोत्री हाईवे के चौड़ीकरण का कार्य वर्ष 2010 में शुरू हुआ था। इसके लिए गंगोत्री हाईवे 108 को चार चरणों में चौड़ा किया जा रहा है। पहले चरण में धरासू से डुंडा, दूसरे चरण में भटवाड़ी से तीस किमी गंगोत्री की ओर, तीसरे चरण में भैरोंघाटी से गंगोत्री तक चौड़ीकरण का कार्य चल रहा है। चौथे चरण में तेखला से भटवाड़ी तक यह कार्य होना है, लेकिन पहले तीन चरणों में हो रहे कार्यो पर नजर डालें तो धरासू से डुंडा के बीच नालूपाणी में करीब तीन सौ मीटर का स्लिप जोन डबल लेने के काम में लगातार बाधा पहुंचा रहा है। भटवाड़ी से गंगोत्री की ओर तीस किमी के दायरे में भी लगातार भूधंसाव से बीआरओ काम करने की स्थिति में नहीं है। वहीं चौथे चरण में प्रस्तावित तेखला से भटवाड़ी के बीच भी गंगोरी, नेताला, हिना, नलूणा, सैंज व मल्ला में सभी भूस्खलन जोन मुसीबत बने हुए हैं, हालांकि भैरोंघाटी से गंगोत्री तक डबल लेन का काम अंतिम चरण में पहुंच गया है। इसके अलावा अतिक्रमण भी डबल लेन के कार्य में बड़ी चुनौती है। वर्तमान हालत पर नजर डालें तो अभी महज छह गज चौड़े गंगोत्री हाईवे से एकदम सटी हुई पुरानी इमारतों के साथ ही नई इमारतें भी खड़ी हो रही हैं। खास तौर पर उत्तरकाशी, गंगोरी, नेताला, भटवाड़ी व गंगनानी में अतिक्रमण चरम पर है।
यह हो रही परेशानी
उत्तरकाशी : नेशनल हाईवे के मानकों के अनुरूप गंगोत्री हाईवे को 12 मीटर चौड़ा किया जाना है। इसके लिए दोनों ओर मिलाकर 24 मीटर की अतिरिक्त भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा। धरासू से डुंडा के बीच दो सौ मीटर का भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र छोड़ दें तो सड़क का बड़ा हिस्सा मानक के अनुसार तैयार हो चुका है, लेकिन महज बीस किमी की इस दूरी में बीआरओ को पांच वर्ष का समय लग गया।
'मौजूदा समय में हाईवे पर चौड़ीकरण का कार्य तो चल ही रहा है साथ ही संवेदनशील जोन भी दुरुस्त किए जा रहे हैं, उसके बाद ही इन जगहों पर सड़क के चौड़ीकरण का कार्य शुरू किया जाएगा।
सोमेंद्र बनर्जी, ओसी, बीआरओ।