होंठो को छू लोग तुम..मेरा गीत अमर कर दो
जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : सिडकुल समिट की दिमागी कसरत के बाद देर रात गीतों की बयार श
जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : सिडकुल समिट की दिमागी कसरत के बाद देर रात गीतों की बयार शुरू हो गई। एक से बढ़कर एक गीतों का सिलसिला शुरू हो गया। ज्यो-ज्यो रात चढ़ती गई रंग और भी गहरा होता गया। गीतों की बहार में हर कोई मदहोश हो गया। देर रात तक माहौल चरम पर था।
सुबह-सुबह लें शिव का नाम स्तुति से शुरू हुई गीतों की शाम में बरेली की गायक संजीव सक्सेना की टीम ने धमाल मचा दिया। एक से बढ़कर एक गीतों की बयार शुरू हो गई। गायकी का जादू धीरे-धीरे हर किसी के सिर चढ़ गया। एक के बाद एक नगमों ने समा बांध दिया। होश वालों को खबर क्या ¨जदगी क्या चीज है..होठों से छू लो तुम मेरा गीत अमर कर दो..दिल में एक लहर सी जगी है..जैसे एक से बढ़कर एक गीतों ने लोगों को उत्साहित कर दिया। जैसे-जैसे रात चढ़ती गई सुरूर और भी चढ़ता गया। एक से बढ़कर एक नगमों ने समा बांध दिया। देर रात तक गीतों की बयार चलती रही।