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वर्चुअल ज्ञान को किया आकाशगंगा से परिभाषित : भुवनेश

नेशनल वर्चुअल कांफ्रेंस में विश्लेषणात्मक तकनीकी विषयों पर चर्चा की गई।

By JagranEdited By: Published: Mon, 17 Aug 2020 07:54 PM (IST)Updated: Mon, 17 Aug 2020 07:54 PM (IST)
वर्चुअल ज्ञान को किया आकाशगंगा से परिभाषित : भुवनेश
वर्चुअल ज्ञान को किया आकाशगंगा से परिभाषित : भुवनेश

जागरण संवाददाता, काशीपुर : नेशनल वर्चुअल कांफ्रेंस में विश्लेषणात्मक तकनीकी विषयों पर चर्चा की गई। इस दौरान प्रो. भुवनेश ने कहा कि जो लोग वर्चुअल में जो व्याख्यान दे रहे हैं, उनको आकाशगंगा से परिभाषित किया गया है और यह विद्यार्थियों को लाभांवित करेगी।

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राधे हरी राजकीय महाविद्यालय काशीपुर में आयोजित दो दिवसीय नेशनल वर्चुअल कॉन्फ्रेंस में विश्लेषणात्मक तकनीकी के विभिन्न विषयों पर चर्चा की, जिसका विषय रीसेंट एडवांसेज इन एनालिटिकल टेक्निक्स था। इस दौरान यूपीटीटीआइ के डायरेक्टर प्रो. मुकेश कुमार सिंह ने अपने व्याख्यान में एनालिटिकल टेक्निक्स की उपयोगिता और पार्टिकल साइज को पता करने के लिए पाíटकल साइज एनालाइजर तथा विभिन्न क्षेत्रों में उसकी उपयोगिता के बारे में बताया। इससे पूर्व डॉ. भीमराव आंबेडकर यूनिवर्सिटी आगरा उत्तर प्रदेश के कुलपति प्रो. अशोक मित्तल ने मुख्य अतिथि के रूप में शुभारंभ किया। कार्यक्रम में लगभग 1,500 प्रतिभागी शामिल हुए। इस मौके पर राधे हरी राजकीय महाविद्यालय काशीपुर, हेमवती नंदन बहुगुणा राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय खटीमा, वाष्र्णेय कॉलेज अलीगढ़, सीबीएमआर लखनऊ संरक्षक राजकीय महाविद्यालय काशीपुर के प्राचार्य डॉ. चंद्र राम रहे। संचालन डॉ. आशीष कुमार असिस्टेंट प्रोफेसर राजकीय महाविद्यालय खटीमा तथा शिव कुमार वाष्र्णेय कॉलेज अलीगढ़ ने किया।


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