ऊर्जा निगम में टूल डाउन-पेन डाउन हड़ताल
रुद्रपुर में उत्तराखंड विद्युत अधिकारी कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा के बैनर तले मंगलवार को तीनों डिवीजन में कार्मिकों ने टूल डाउन और पेज डाउन हड़ताल की।
जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : उत्तराखंड विद्युत अधिकारी कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा के बैनर तले मंगलवार को तीनों डिवीजन में कार्मिकों ने टूल डाउन और पेन डाउन हड़ताल की। इसमें फील्ड स्टाफ और कार्यालय स्टाफ शामिल रहा। हड़ताल से फील्ड पर मेंटेनेंस और कार्यालयों में कार्य प्रभावित रहा। फाल्ट की सूचना पर फील्ड स्टाफ लाइन दुरुस्त करने नहीं पहुंचे।
24 सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल कर रहे कार्मिकों को 10 संगठन समर्थन दे रहे हैं। हड़ताल से मेंटेनेंस सहित तकनीकी खराबी आने पर सप्लाई सुचारू नहीं कि जा सकी। कार्मिकों ने भदईपुरा सब स्टेशन में अधिशासी अभियंता कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर आवाज बुलंद की। हड़ताल का समर्थन कर रहे उत्तराखंड ऊर्जा कामगार संगठन के प्रमुख महामंत्री एमएन उप्रेती ने कहा कि 24 मांगें हैं जिसमें से प्रमुख चार सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल की जा रही है। यह 23 सितंबर तक चलेगी। जो प्रमुख मांगें हैं उनमें निजीकरण के प्रस्ताव को वापस लेने, उपनल के माध्यम से नियुक्त संविदा कार्मिकों को नियमितीकरण और तीन सितंबर 2005 तक सेवा में आए ऊर्जा निगम कार्मिकों को जीपीएफ और पेंशन की सुविधा दिए जाने की मांग रखी गई। मांगों को लेकर संगठन धरना व प्रदर्शन बीते दिनों कर चुके हैं, लेकिन अभी तक कोई निस्तारण न होने के कारण आक्रोशित हैं। संयुक्त मोर्चा बनाकर आंदोलन करने की रणनीति बनाई है। 24 सितंबर को राष्ट्रीय हड़ताल में हिस्सा लेंगी आशाएं
संस, बाजपुर : उत्तराखंड आशा हेल्थ वर्कर्स यूनियन की प्रदेश उपाध्यक्ष रीता कश्यप ने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 20 सितंबर तक आशाओं के मानदेय के लिए शासनादेश जारी करवाने का वायदा किया था, जोकि समयावधि व्यतीत हो जाने के पश्चात भी अभी तक पूरा नहीं हुआ है। सरकार की इस वादाखिलाफी से कार्यकर्ताओं में रोष है। उन्होंने बताया कि विभिन्न समस्याओं को लेकर 24 सितंबर को देशभर में प्रस्तावित आशाओं की एक दिवसीय राष्ट्रीय हड़ताल में उत्तराखंड की आशाएं भी सरकारी कर्मचारी का दर्जा देने, समान काम का समान वेतन, पेंशन आदि की मांगों को लेकर हिस्सा लेंगी।