जूतों की माला पहन कर पहुंचे गए सुप्रीम कोर्ट!
जूतों की माला पहन कर पहुंचे गए सुप्रीम कोर्ट! जनहित याचिका लेकर नई दिल्ली पहुंचे कर्मयो
जूतों की माला पहन कर पहुंचे गए सुप्रीम कोर्ट!
जनहित याचिका लेकर नई दिल्ली पहुंचे कर्मयोगी सहयोग साधना समिति के अध्यक्ष
चित्र परिचय : 21 बीजेपी-पी 01 में। जागरण
संवाद सहयोगी, बाजपुर : कर्मयोगी सहयोग साधना समिति द्वारा देशभर में हो रहे जघन्य अपराधों के खिलाफ अश्वमेध यज्ञ वैचारिक आत्ममंथन के तहत क्रांतिकारी जनजागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में जनहित याचिका दायरक करने के उद्?देश्य से संस्था के अध्यक्ष ओमप्रकाश वर्मा अपने अन्य सहयोगियों के साथ गले में जूतों की माला पहनकर नई दिल्ली स्थित सुप्रीम कार्ट पहुंच गए, लेकिन उन्हें इस तरह प्रवेश नहीं मिल पाने के कारण फिलहाल बैरंग लौटना पड़ा है।
ओमप्रकाश ने बताया कि वह जल्द ही संपूर्ण भारत में हो रहे जघन्य अपराधों जैसे मासूम बच्चियों-महिलाओं के साथ बलात्कार, हत्याएं, अत्याचार, अन्याय, शोषण, ठगबाजी, आतंकवाद, अलगावबाद, नक्सलवाद, सैनिकों और सुरक्षार्किमयों की शहादतें, पत्रकारों एवं राजनीतिक पाíटयों के कार्यकर्ताओं की समय-समय पर हो रही हत्याएं आदि के साथ ही देश की जनता के जान-माल की सुरक्षा एवं समय से सही न्याय दिलवाने का उपाय तैयार करके एक जनहित याचिका सुप्रीम कोर्ट में दायर करेंगे। इसके लिए उनके द्वारा एक प्रयास भी किया जा चुका है जिसमें वह अपने अन्य सयोगियों मीरा वर्मा, आरती वर्मा, अरशद अली आदि के साथ जूतों की माला पहनकर सुप्रीम कोर्ट नई दिल्ली गए थे, लेकिन जनहित याचिका का प्रारूप अपूर्ण बता तथा इस भेष-भूषा में प्रवेश की अनुमति नहीं होने के कारण जनहित याचिका दायर नहीं हो सकी है। उन्होंने शीघ्र ही फिर से सुप्रीम कोर्ट जाने और समाज के लिए न्याय मांगने की बात कही है। वहीं इस प्रकार देश के सर्वोच्च न्यायालय में ओमप्रकाश का जाना चर्चा का विषय बना हुआ है।