जेल में बंद अधिकारियों की दिवाली घर पर मनने की जगी आस
जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : एनएच-74 मुआवजा घोटाले में जेल में बंद अधिकारियों की दीपावली घर
जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : एनएच-74 मुआवजा घोटाले में जेल में बंद अधिकारियों की दीपावली घर में परिवार के साथ मनने की आस जग गई है। लगभग एक वर्ष से बंद आरोपितों की जमानत का सिलसिला बुधवार को शुरू हो गया है। माना जा रहा है कि बाकी लोगों की जमानत अब जल्द हो जाएगी। इसके चलते उनके दीपावली तक बाहर आने के कयास लगने भी शुरू हो गए हैं।
10 मार्च 2017 को एनएच-74 मुआवजा वितरण घोटाले में सिडकुल चौकी में तत्कालीन एडीएम प्रताप शाह द्वारा मुकदमा दर्ज कराया गया था। प्रदेश में भाजपा सरकार के सत्ता संभालने के बाद सीएम त्रिवेंद्र ¨सह रावत ने मामले की निष्पक्ष जांच का भरोसा दिलाते हुए सीबीआइ जांच की सिफारिश की थी। लेकिन बाद में सीबीआई जांच न होने पर तत्कालीन एसएसपी डॉ. सदानंद एस दाते के दिशा निर्देश में एसआइटी जांच के बाद पीसीएस अधिकारियों के साथ ही राजस्व कर्मी व किसान सहित 55 लोग जेल चले गए। दो आईएएस अधिकारी भी निलंबित कर दिए गए। जिसमें से एक तत्कालीन डीएम डॉ. पंकज पांडे के जेल जाने की संभावनाएं भी बन गई। प्रदेश सरकार ने अभियोजन की अनुमति भी दे दी थी। गत वर्ष नवंबर में एसआइटी ने गिरफ्तारी की कार्रवाई प्रारंभ कर दी थी। तब से जांच में सामने आए घोटाले के आरोपित जेल में ही है। हाईकोर्ट ने बुधवार को कलेक्शन अमीन अनिल कुमार, चौकीदार राम समुझ, राजस्व अलहमद संत राम, पेशकार संजय चौहान, चकबंदी अधिकारी अमर ¨सह की जमानत अर्जी मंजूर कर ली। हालाकि 11 लोगों की जमानत अर्जी लगी थी, उसमें से पांच को जमानत मिली है। लेकिन न्यायालय के जमानत को लेकर दिए निर्णय से अब लगने लगा है कि बाकी लोगों को भी राहत मिल जाएगी। जिससे जेल में बंद आरोपितों की दीपावली अब अपने परिवार के साथ मनाए जाने की संभावनाएं प्रबल हो गई है।