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टोल बैरियर मामले में शासन ने खुद का आदेश पलटा

जिला पंचायत रुद्रपुर को 20 टोल बैरियर ही करना होगा संचालित। शासन ने तीसरे दिन ही पलटा अपना आदेश।

By JagranEdited By: Published: Sat, 23 Jan 2021 01:22 AM (IST)Updated: Sat, 23 Jan 2021 01:22 AM (IST)
टोल बैरियर मामले में शासन ने खुद का आदेश पलटा
टोल बैरियर मामले में शासन ने खुद का आदेश पलटा

जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : जिला पंचायत की तरफ से टोल बैरियर संचालन को लेकर एक सप्ताह से प्रशासन से खिंचतान चल रही है। इसमें हस्तक्षेप कर 19 जनवरी को शासन ने 47 टोल बैरियर संचालन की अनुमति दे दी। मगर गुरुवार को शासन ने अपने ही आदेश को पलट कर 20 टोल बैरियर ही संचालित करने पर मुहर लगा दी। इस निर्णय से यह चर्चा तेज हो गई है कि शासन ने किसी न किसी दबाव में ही यह फैसला लिया है।

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जिलाधिकारी रंजना राजगुरु ने 14 जनवरी को जारी आदेश में 47 की जगह मात्र 20 टोल बैरियर संचालित करने की अनुमति दी थी। बाकी 27 टोल बैरियर को लेकर उनका तर्क था कि इसके लिए संबंधित एसडीएम व पुलिस विभाग की तरफ से कानून व्यवस्था प्रभावित होने की आशंका है।

इससे नाराज जिला पंचायत ने शासन सचिव हरिचंद्र सेमवाल को प्रार्थनापत्र देकर कहा था कि जिला पंचायत अधिनियम की धारा 106 के तहत वह माल-ढुलान कर की वसूली के लिए टोल बैरियर संचालित कर सकती है क्योंकि वह एक स्वायत्त संस्था है। इसी आधार पर शासन ने 19 जनवरी को 27 टोल बैरियर संचालित करने का शासनादेश जारी कर दिया। मगर गुरुवार को सचिव हरिचंद्र सेमवाल ने अपने ही आदेश को पलटकर 20 टोल बेरियर संचालित करने का आदेश डीएम के नाम जारी कर दिया। अचानक बदले फैसले और डीएम व शासन के साथ जिला पंचायत अध्यक्ष के बीच वर्चस्व को लेकर चल रहा खिंचतान जिले में चर्चा का विषय बन गया है। सवाल उठाए जा रहे हैं कि जब शासन ने 47 टोल बैरियर चलाने की अनुमति दी थी तो फिर अपने ही आदेश को क्यों पलट कर डीएम के ही आदेश पर मुहर लगा दी। आखिर यह सब किसके दबाव में हुआ।

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राजनीतिक प्रभाव की भी चर्चा

बताया जा रहा है कि स्थानीय स्तर पर विधानसभा चुनावों की तैयारियों को लेकर राजनीतिक समीकरण साध रहे स्थानीय भाजपा नेताओं ने कुछ किया है। इन तथाकथित नेताओं ने ही जिपं के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए गुरुवार की देर रात शीर्ष नेताओं से मुलाकात कर शासनादेश निरस्त कराने का दवाब बनाया। हालांकि इसे कोई खुलकर नहीं बोल रहा है।

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शासनादेश क्यों पलटा इसकी जानकारी नहीं दी

जिला पंचायत अध्यक्ष रेनू गंगवार का कहना था कि जिस तरह लगातार डीएम की तरफ से जिपं को निशाना बनाते हुए शासन में फैसले पलटवाने का क्रम जारी है। उससे साफ लग रहा है कि विरोधियों के इशारे पर डीएम रंजना राजगुरु चल रही हैं। जिपं ताजे घटनाक्रम को लेकर विधिक राय अपने अधिवक्ताओं से ले रही है। जल्द आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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डीएम ने नहीं उठाया फोन

डीएम रंजना राजगुरु को फोन कर संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन उन्होंने काल रिसीव नहीं किया।


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