पीपलपड़ाव रेंज में तस्करों ने किया 'खेल'
संवाद सूत्र, गूलरभोज : लकड़ी तस्करी को लेकर कुख्यात हो चुका पीपलपड़ाव रेंज एक बार फिर सुखि
संवाद सूत्र, गूलरभोज : लकड़ी तस्करी को लेकर कुख्यात हो चुका पीपलपड़ाव रेंज एक बार फिर सुर्खियों में है। तस्करों ने रेंज में खेल करते हुए खैर के तीन दर्जन गिल्टों पर हाथ तो साफ कर दिया, इससे पहले वे माल को ठिकाने लगाते, कारगुजारी जगजाहिर हो गई। पकड़े जाने के भय से तस्कर माल को नहर में छिपाकर फरार हो गए। सूचना पर वनकर्मियों ने गिल्टों को कब्जे में ले कार्रवाई के लिए उच्च अधिकारी को सूचित किया। माल की जब्ती ने रेंज की असलियत को सामने ला दिया।
मालूम हो कि विभाग की तमाम सख्ती के बावजूद पीपलपड़ाव रेंज में लकड़ी तस्करी रु कने का नाम नहीं ले रही है। आए दिन रेंज से तस्करी की वारदात मीडिया की सुर्खिया बनती रही हैं। ताजा मामला रविवार देर शाम का है। वन दारोगा मोहनदत्त शर्मा और हीरालाल यादव ने सूचना पर चमनगंज और बुक्साड़ गांव के बीच बहने वाले नहर की टॉर्च से खाक छानी तो वहां 36 गिल्टे मिले। स्थानीय ग्रामीणों से पूछताछ में पता चला कि चार-पांच दिन पूर्व अज्ञात शख्स गिल्टों को नहर में छोड़ गया था। वनकर्मियों ने माल को पड़किया वन चौकी की जब्ती में दे दिया। उपप्रभागीय वनाधिकारी, हल्द्वानी उमेश तिवारी ने जब्त माल की पीपलपड़ाव रेंज से निकासी की पुष्टि करते हुए मामले में आगे की कार्रवाई के लिए संबंधित रेंज को संदर्भित करने की बात कही।