पीपीएफ प्रकरण में होगी एसआइटी जांच
जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : जीपीएफ के बदले पीपीएफ काटकर गड़बड़ी होती रही। जब शिक्षक क
जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : जीपीएफ के बदले पीपीएफ काटकर गड़बड़ी होती रही। जब शिक्षक को पता चला तो उसने अधिकारियों से कहा, लेकिन कोई असर नहीं होने पर समस्या को लेकर वह कोर्ट गए। कोर्ट के इस आदेश के बावजूद कि जीपीएफ का पैसा पीपीएफ में नहीं कटेगा यह कन्वर्ट नहीं हुआ। एक साल बाद भी सुधार न होने पर शिकायत के बाद उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने मामले में एसआइटी जांच के आदेश दिए हैं।
मूल रूप से उत्तर प्रदेश के बाराबंकी निवासी डॉ. सुबोध श्रीवास्तव हल्द्वानी में रह रहे हैं और रुद्रपुर सरदार भगत ¨सह डिग्री कालेज में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर तैनात हैं। लंबे समय से वह इस कॉलेज में सेवाएं दे रहे हैं। पहले पीपीएफ में उनका पैसा कटता था, उसके बाद जीपीएफ में कटने लगा। लंबे समय तक पैसा कटने के बावजूद उनका पैसा जीपीएफ में नहीं आया। शिकायत पर अधिकारियों ने टरका दिया। तत्कालीन डायरेक्टर बीसी मेलकानी के संज्ञान में मामला डाला तो भी गड़बड़ी बरकरार रही। कहीं से सुनवाई न होने पर 2008 में उन्होंने कोर्ट में याचिका दी। कोर्ट ने डॉ. सुबोध के हक में फैसला किया और हाईकोर्ट ने 2012 में डायरेक्टर मेलकानी को पैसा कन्वर्ट करने के आदेश दिए। इस आदेश का पालन भी नहीं हुआ तो मामला उच्च शिक्षा मंत्री धन ¨सह रावत के पास पहुंचा। अधिकारियों की भूमिका संदिग्ध होने पर मंत्री ने अब एसआइटी जांच के आदेश दिए हैं।