शहीद बीरेंद्र स्कूल से बढ़ी आन, बान और शान
शहीद बीरेंद्र सिंह राणा राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भुडि़या के विद्याथी गर्व की अनुभूति कर रहे हैं।
संसू, मझोला : शहीद बीरेंद्र सिंह राणा राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भुडि़या के विद्यार्थी समेत समस्त स्टाफ बुधवार को खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहा था। कारण, स्कूल का नाम शहीद बीरेंद्र होने के बाद यह उनका पहला दिन था। विद्यार्थी इस बात से प्रसन्न थे कि स्कूल के नाम से आन, बान और शान बढ़ी है।
सरकार ने 36 घंटों में शहीद बीरेंद्र सिंह उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का नाम स्वीकृत कर दिया था। आदेश मिलते ही स्कूल के प्रधानाचार्य रमेश चंद्र जोशी ने पेंटर से तत्काल नाम परिवर्तन करा दिया। मंगलवार को रविदास जयंती के चलते स्कूल की छुट्टी थी। बुधवार को स्कूल पहुंचे बच्चों ने भवन पर शहीद बीरेंद्र सिंह राणा उच्चतर माध्यमिक विद्यालय लिखा देखा तो उनकी खुशी की कोई सीमा न थी। उन्होंने कहा कि शहीद बीरेंद्र सिंह की कुर्बानी अमर हो गई।
प्रधानाध्यापक रमेश चंद जोशी का कहना है कि देश के लिए बलिदान करने वाले शहीद के स्कूल में पढ़ाने पर उन्हें गर्व की अनुभूति हो रही है। मर मिटने वाले शूरवीर शहीद बीरेंद्र पूरी जिंदगी उनकी इस शहादत को भूल नहीं पाएंगे।
स्कूल की छात्रा निशा का कहना है कि स्कूल आने पर परिवर्तित नाम देखा तो आंखों से खुशियों के आंसू निकल आए। स्कूल हमें देशप्रेम की प्रेरणा दे रहा है। हम चाहते हैं कि से स्कूल 12 तक हो और हम पूरी पढ़ाई यहीं करें।
छात्रा पूजा ने कहा कि जब हम इस विद्यालय से अपनी पूरी पढ़ाई कर बाहर जाएंगे तो प्रमाण पत्र पर अंकित शहीद बीरेंद्र सिंह राणा उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भुडि़या नाम क्षेत्र की आन, बान और शान बढ़ाएगा। छात्रा अंशु का कहना था कि आज पहले दिन जब वह अपने साथियों के साथ विद्यालय आई तो अलग उत्साह था। सभी बच्चे यही चर्चा करते रहे की हम लोग किस्मत वाले हैं जो इस स्कूल में पढ़ रहे हैं।