अतिथि शिक्षकों की भर्ती में घोटाला!
ब्लॉक के माध्यमिक स्कूलों में हुई अतिथि शिक्षकों की भर्ती में घोटाले की बू आ रही है। शिक्षा अधिकारियों ने कई नियुक्तियां फर्जी तरीके से कर दी। इसकी शिकायत लोगों ने एसडीएम से की। एसडीएम ने मामले को गंभीरता से लेते हुए अग्रिम आदेशों तक नियुक्ति में रोक लगा दी।
सितारगंज। ब्लॉक के माध्यमिक स्कूलों में हुई अतिथि शिक्षकों की भर्ती में घोटाले की बू आ रही है। शिक्षा अधिकारियों ने कई नियुक्तियां फर्जी तरीके से कर दी। इसकी शिकायत लोगों ने एसडीएम से की। इस पर एसडीएम ने मामले को गंभीरता से लेते हुए अग्रिम आदेशों तक नियुक्ति में रोक लगा दी है।
मालूम हो कि एलटी में 45 पदों तथा प्रवक्ता में 41 पदों पर अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति की जानी थी। इसमें एसडीएम की अध्यक्षता में बनी तीन सदस्यीय टीम ने आवेदकों की मेरिट बनाकर उनकी काउंसलिग कर उनको नियुक्ति पत्र दे दिए।
इसमें कई शिक्षकों ने स्कूल में ज्वाइन भी कर लिया। आरोप है कि शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया में अधिकारियों ने धांधली करते हुए अपने चहेतों को नियुक्ति दे दी। मामले का खुलासा हुआ तो अधिकारी अपने बचाव में कई प्रकार के बहाने बना रहे हैं।
इतिहास प्रवक्ता विषय की मेरिट में संतोष दुबे ने सर्वाधिक अंक प्राप्त किए। अधिकारियों ने काउंसलिंग के बाद ही उन्हें नियुक्ति नहीं दी। वहीं महिला वर्ग में नियुक्ति पाने पर अधिकारियों ने अंजू रानी व मोनिका के अधिक नंबर बता कर उन्हें सामान्य पुरुष वर्ग में रख दिया और उन्हें नियुक्ति दे दी।
शिकायत हुई तो एसडीएम ने जांच कर अंजू रानी को सही बताते हुए उन्हें नियुक्ति पत्र जारी कर दिए। अंग्रेजी प्रवक्ता पद पर मेरिट व काउंसलिंग प्रक्रिया के तहत बलविंदर कौर को नियुक्ति पत्र जारी कर उन्हें राइंका गुरुग्राम में 27 अगस्त को ज्वाइन कराया गया। इसके तीन दिन बाद ही कुछ नेताओं के दबाव में अधिकारियों ने बलविंदर कौर की नियुक्ति को निरस्त कर नेहा खान को गुरुग्राम में ज्वाइन कराने के लिए नियुक्ति आदेश जारी कर दिए।
आरोप है कि नेहा खान की न तो काउंसलिंग हुई और न ही मेरिट में उनका नाम था। अधिकारियों ने फर्जी तरीके से इसे काउंसलिंग में उपस्थित दिखाकर इसे सही कर दिया। बीईओ ने भी इस बात को कबूल किया है कि वह काउंसलिंग में उपस्थित नहीं हुई थी। जब बलविंदर के परिजनों ने एसडीएम सीएस इमलाल से शिकायत की तो उन्होंने कहा कि मुझे मामले की जानकारी नहीं है।
जब तक शिकायत का निस्तारण नहीं हो जाता है तब तक बलविंदर वहीं रहेंगी और नेहा को न ज्वाइन कराने के आदेश दिए हैं। बीईओ गोपाल राम आर्य ने बताया कि वह देहरादून मिटिंग में जा रहे हैं। वहां से आने के बाद मामले को देख कर कार्रवाई करेंगे।
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