किच्छा के जन औषधि केंद्र के निलंबन की संस्तुति
अपर मुख्य चिकित्साधिकारी ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र किच्छा परिसर में खुले प्रधानमंत्री जन औषाि केंद्र की जांच की तो बिना बिल के दवाएं बेची जा रही थी।
जागरण संवाददाता, किच्छा: अपर मुख्य चिकित्साधिकारी ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, किच्छा परिसर में खुले प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र की जांच की तो बिना बिल के दवाएं बेची जा रही थी। इस आधार पर केंद्र के अनुबंध के निलंबन की संस्तुति की गई है। जांच रिपोर्ट सीएमओ को सौंपी गई है।
मरीजों को सस्ती व 24 घंटे दवाएं उपलब्ध हो सके। इसके लिए सीएचसी किच्छा परिसर में जन औषधि केंद्र खोला गया। यह जिम्मा एक फर्म को दिया गया है और इसके संचालक फारुक अहमद है। किच्छा के लोगों ने कुछ दिन पहले जिलाधिकारी से शिकायत की थी कि केंद्र सुबह खुलता है और शाम को बंद हो जाता है। अवकाश के दिन भी केंद्र बंद रहता है। इससे मरीजों को सस्ती दवाओं का लाभ नहीं मिल पाता है और मरीज मजबूरन बाजार से महंगी दवा खरीदते हैं। डीएम ने इस मामले को गंभीरता से लिया और सीएमओ से जांच रिपोर्ट देने को कहा। सीएमओ ने अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. अविनाश खन्ना को जांच सौंपी। डा. खन्ना ने बुधवार को सीएचसी स्थित जन औषधि केंद्र की जांच की तो शिकायत सही पाई गई। यहीं नहीं, बिना बिल के ही दवाएं बेची जा रही थीं। अवकाश के दिन केंद्र बंद रहता था। जबकि अनुबंध के मुताबिक 24 घंटे केंद्र खुला रहना चाहिए। बिना बिल के दवाएं नहीं बेची जा सकती है। सूत्र के मुताबिक डॉ. खन्ना ने जांच रिपोर्ट सीएमओ को सौंप दी है। रिपोर्ट में केंद्र के अनुबंध के निलंबन की कार्रवाई की संस्तुति की है।
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