उत्तर प्रदेश व नेपाल बार्डर पर सीसीटीवी कैमरे लगाएगी पुलिस
पुलिस उत्तर प्रदेश के साथ ही नेपाल सीमा पर सीसीटीवी कैमरे लगाएगी। इसके लिए दोनों ही राज्यों की पुलिस ने प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा है।
रुद्रपुर, ऊधमसिंह नगर [विनोद भंडारी]: अपराध पर अंकुश लगाने के लिए उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड पुलिस उत्तर प्रदेश के साथ ही नेपाल सीमा पर सीसीटीवी कैमरे लगाएगी। इसके लिए दोनों ही राज्यों की पुलिस ने प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा है।
आपराधिक वारदात के मामले में हरिद्वार और ऊधमसिंहनगर जिले उत्तराखंड के सबसे संवेदनशील हैं। दोनों ही जिलों से उप्र के पीलीभीत, बरेली, मुरादाबाद, बिजनौर, मेरठ, सहारनपुर समेत वेस्टर्न यूपी के तमाम जिले लगे हैं। यही नहीं, कुमाऊं मंडल के पिथौरागढ़, चम्पावत और ऊधमसिंहनगर के कुछ क्षेत्र पड़ोसी देश नेपाल से भी सटा हुए हैं। ऐसे में नेशनल और इंटरनेशनल स्तर पर आपराधिक प्रवृत्ति के लोग वारदात को अंजाम देकर मुख्य मार्ग के साथ ही संपर्क मार्गों से भाग निकलते हैं। यही हाल उत्तर प्रदेश में भी है। इसे देखते हुए बीते दिनों उप्र और उत्तराखंड पुलिस ने दोनों राज्यों के बॉर्डर को सीसीटीवी कैमरों से लैस करने का निर्णय लिया। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक प्रस्ताव पास होते ही बॉर्डर में सीसीटीवी कैमरे लगाएं जाएंगे।
कुमाऊं मंडल के पुलिस महानिरीक्षक पूरन सिंह रावत ने बताया कि उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड पुलिस अपने अपने बॉर्डर के मुख्य मार्ग और संपर्क मार्ग पर सीसीटीवी कैमरे लगाएगी। साथ ही उत्तराखंड पुलिस नेपाल के बॉर्डर क्षेत्र से सटे यूएसनगर, चम्पावत और पिथौरागढ़ में भी सीसीटीवी कैमरे लगाएगी।
संपर्क मार्गों पर बढ़ेगी पुलिस की सक्रियता
उप्र के बिजनौर, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली और पीलीभीत से सटे यूएसनगर में दो दर्जन से अधिक मुख्य व चार दर्जन से अधिक संपर्क मार्ग हैं। ऐसे में बदमाश दोनों ही राज्यों में वारदात को अंजाम देने के बाद संपर्क मार्ग के रास्ते भाग निकलते हैं। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक संपर्क मार्ग बदमाशों के लिए महफूज बन रहे हैं। इन मार्गों पर भी अब पुलिस की सक्रियता बढ़ाई जाएगी।
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