खालिस्तान समर्थकों पर पुलिस और एसओजी की नजर
जागरण संवाददाता रुद्रपुर सोशल मीडिया में खालिस्तान समर्थक पोस्ट को टैग करने वाले संदिग्धों
जागरण संवाददाता, रुद्रपुर:
सोशल मीडिया में खालिस्तान समर्थक पोस्ट को टैग करने वाले संदिग्धों पर पुलिस और एसओजी की नजर है, इसके लिए पुलिस और एसओजी सोशल मीडिया पर जहां पैनी नजर रखे हुए हैं, वहीं पूर्व में प्रकाश में आ चुके खालिस्तान समर्थकों का अपराधिक इतिहास भी खंगाल रही है। इसके लिए थानों से रिपोर्ट मांगी जा रही है।
बता दें कि मिनी पंजाब कहे जाने वाले तराई क्षेत्र में खालिस्तान समर्थकों की भारी संख्या रही है। 90 के दशक में खालिस्तान से जुड़ी आतंकी गतिविधियां रही। बाद में तराई से खालिस्तान की मांग करने वालों पर पूरी तरह से नकेल कस दी गई। लेकिन धीरे धीरे अब खालिस्तान और भिडरवाले के समर्थन में सोशल मीडिया में काफी सक्रियता देखी जा रही है। यही कारण है कि बीते छह माह में पुलिस ऐसे आधा दर्जन से अधिक मामले पकड़ चुकी है। इसमें सबसे पहले पुलिस और खुफिया विभाग ने खटीमा में खालिस्तान समर्थन में चल रहा वॉट्सएप गु्रप का खुलासा करते हुए दो लोगों को गिरफ्तार किया। इसके बाद बाजपुर में सोशल मीडिया में खालिस्तान का समर्थन कर रहे युवक को चिह्नित किया था। यही नहीं चार माह पहले रुद्रपुर में भी फेसबुक आईडी में खालिस्तान समर्थक पोस्ट टैग करने पर एक वृद्ध को चेतावनी देकर छोड़ गया था। इसके बाद 21 जनवरी को सितारगंज थाना क्षेत्र में एक धार्मिक स्थल पर भिडरवाला के परिजनों के पहुंचने की सूचना भी सोशल मीडिया में वायरल हुई थी। यह सिलसिला यही नहीं रूका। बाजपुर, गदरपुर, रुद्रपुर के बाद 26 फरवरी को भी दिनेशपुर में सोशल मीडिया में खालिस्तान समर्थन में पोस्ट टैग करने वाले युवक को चिह्नित किया। बाद में सभी की काउंसिलिग कर चेतावनी देकर छोड़ दिया गया। पुलिस सूत्रों की मानें तो अब पुलिस और एसओजी खालिस्तान समर्थकों को चिह्नित करने में जुट गई है। इसके लिए सोशल मीडिया में खालिस्तान समर्थकों की पोस्ट टैग कर चुके लोगों के संबंध में जानकारी जुटा रही है। साथ ही उनका अपराधिक इतिहास भी खंगालने के लिए संबंधित थाना पुलिस से भी संपर्क कर रही है।