लिस्ट से नाम गायब, मतदाताओं ने काटा हंगामा
जागरण संवाददाता रुद्रपुर एएनझा राजकीय इंटर कालेज में बने मतदान केंद्र पर लिस्ट से नाम गा
जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : एएनझा राजकीय इंटर कालेज में बने मतदान केंद्र पर लिस्ट से नाम गायब देख मतदाता भड़क उठे। उन्होंने बीएलओ पर लापरवाही का आरोप लगाया। बाद में कुछ लोगों ने मामला शांत कराया।
गुरुवार सुबह रामपुर रोड स्थित एएनझा राजकीय इंटर कालेज में मतदान चल रहा था। इस दौरान प्रीत विहार और फाजलपुर महरौला के रहने वाले मतदाना अफराक अहमद, विकास श्रीवास्तव, विवेक श्रीवास्तव, निमिषा, आकांक्षा, चंद्रपाल भी मतदान को पहुंचे। पर्ची लेने के लिए जब वे लोग पहुंचे तो वोटर लिस्ट से उनका नाम गायब था। इस पर लोग भड़क गए। उन्होंने बीएलओ पर आरोप लगाया कि उनकी लापरवाही से उनका नाम वोटर लिस्ट से गायब है। जबकि नगर निकाय चुनाव और विधानसभा चुनाव में भी वह मतदान कर चुके हैं। जबकि वार्ड 25 के पार्षद सुशील यादव ने भी बीएलओ कल्याण दास शर्मा पर लापरवाही का आरोप लगाया। कहा कि 40 प्रतिशत लोगों के नाम वोटर लिस्ट से गायब है। इस मामले में उन्होंने बीएलओ से पूर्व में वार्ता की थी तो बताया गया कि मतदाताओं को पर्चियां बांट दी गई है। बताया कि केंद्र में 125 से 139 तक बूथ आते हैं। सुबह बीएलओ अनुपस्थित मिला। सुपरवाइजर से शिकायत करने के बाद बीएलओ पहुंचे। बीएलओ की लापरवाही के चलते केंद्र में अव्यवस्था फैली। वहीं, भूरारानी क्षेत्र के लगभग 3600 मतदाताओं में एक हजार मतदाता अपना वोट नहीं डाल सके। भाजपा के पूर्व जिला महामंत्री भारत भूषण चुघ का कहना है कि शहर के पांच हजार से अधिक मतदाताओं का नाम वोटर लिस्ट से गायब है।
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सैकड़ों मतदाता मतदान से रहे वंचित
खटीमा : लोकतंत्र की मजबूती के लिए एक वोट जरुरी है। निर्वाचन आयोग के इस संदेश का माखौल गुरुवार को मतदान केंद्रों पर उड़ता दिखा जब सैकड़ों मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से गायब मिले। इस पर मतदाताओं ने प्रशासन को जमकर कोसा। कई बूथों पर हंगामे की स्थिति बनी रही। यदि वोटर लिस्ट शत प्रतिशत सही होती तो लोग अपने मत का प्रयोग करने से वंचित नहीं रहते।
ऐसा नहीं कि वोट से वंचित रहने वालों के पास पहचान पत्र नहीं था। मतदाता अपना पहचान पत्र लेकर मतदान केंद्र पहुंचे थे। लेकिन वोटर लिस्ट से उनके नाम गायब थे। लोगों का इस बात को लेकर काफी आक्रोश था।
सैकड़ों मतदाता गुरुवार को अपने-अपने बूथ पर मतदान करने के लिए खड़े हो गए थे। लेकिन घंटों लाइन में लगने के बाद भी वे अलग-अलग कारणों से मतदान नहीं कर सके। कई मतदेय स्थलों पर मतदाताओं के पास मतदाता पहचान पत्र भी थे। बावजूद इसके पीठासीन अधिकारी ने वोटर लिस्ट में नाम न होने की बात कहते हुए उन्हें मतदान की अनुमति नहीं दी। इसके अलावा चकरपुर में बूथ संख्या 129 पर वोटर पर्ची में व आईडी में नाम अलग-अलग पाए जाने पर पीठासीन अधिकारी ने मतदान करने से रोक दिया। इससे नाराज मतदाताओं ने सेक्टर मजिस्टेट से शिकायत की। हालांकि मजिस्टेट ने वोटर पर्ची व आईडी मिलान करने के बाद उन्हें मतदान कराने की अनुमति दे दी। मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र में लोगों ने पर्चियां न बांटने का आरोप लगाया।
वोटर लिस्ट से नाम गायब करने का आरोप : वरिष्ठ कांग्रेसी नेता प्रकाश तिवारी ने आरोप लगाया कि सत्ताधारी पार्टी के दबाव में जानबूझकर पचास फीसदी मतदाताओं के नाम वोटर लिस्ट से हटा दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि बूथ संख्या 64,65,66 उमरुखुर्द, 69,70,71,72 बूथ ईदगाह में बड़ी संख्या में लोगों के नाम वोटर लिस्ट से गायब है।
बूथों को दूर बनाने का आरोप : युवक कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष भुवन कापड़ी ने कहा कि बूथों का चयन ठीक तरीके से नहीं किया गया है। लोगों के बूथ घर के नजदीकी होने के बावजूद भी उन्हें दूसरे बूथों पर मतदान के लिए जाना पड़ा। यहां पर चंद्रवाटिका, गौटिया, सितारगंज रोड निवासियों का बूथ राजीवनगर में बनाया गया।