नागा बाबा का दूसरे दिन भी आमरण अनशन जारी
जागरण संवाददाता, सितारगंज : महाकालेश्वर मंदिर के नागा बाबा ने तहसील प्रशासन के खिलाफ आमर
जागरण संवाददाता, सितारगंज : महाकालेश्वर मंदिर के नागा बाबा ने तहसील प्रशासन के खिलाफ आमरण अनशन शुरू कर दिया है। जो दूसरे दिन भी जारी रहा। वह मंदिर की जमीन पर सुंदरीकरण, यात्रियों की सुविधा के साथ ही भूमि में पट्टा आंवटन की मांग कर रहे है। आमरण अनशन के कारण नागा बाबा की सेहत में गिरावट आई है। प्रशासन बाबा को मनाने में अभी तक विफल रहा।
ग्राम दड़हा में महालेश्वर मंदिर स्थापित है। जिसमें क्षेत्रवासी पूजा-अर्चना करते आ रहे है। खसरा एक, रकबा एक 1.2140 हेक्टेयर जमीन पर महंत नागा बाबा भोलागिरी का लंबे समय से कब्जा है। जिसमें मंदिर भी बना हुआ है। 17 नवंबर 2017 को एडीएम ने डीएम की संस्तुति पर महंत नागा बाबा चेला बाब भोलागिरी निवासी दड़हा प्रकरण की सुनवाई की। सुनवाई के बाद काबिज जमीन पर पट्टा आंवटन के आदेश दिए। जिसके लिए एसडीएम को निर्देशित किया गया था। लेकिन तहसील स्तर से कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद नागा बाबा तहसील के चक्कर काटते रहे। मंदिर की भूमि पर प्रशासनिक हस्तक्षेप के कारण उसका सुंदरीकरण, यात्रियों, श्रद्घालुओं की सुविधा के इंतजाम नहीं हो पा रहे है। जिसके विरोध में उन्होंने शुक्रवार से आमरण अनशन शुरू किया। जो शनिवार को भी जारी रहा। दो दिन से आमरण अनशन पर बैठे नागा बाबा की सेहत में गिरावट आई है। शनिवार को एसडीएम निर्मला बिष्ट, एसएसआइ मदनमोहन जोशी ने अनशन पर बैठे नागा बाबा को समझाने का प्रयास किया। लेकिन वह आमरण अनशन पर डटे है। एसएसआइ मदनमोहन जोशी ने बताया कि जमीन का मामला हाईकोर्ट में विचाराधीन है। आमरण अनशन पर बैठे बाबा को इस बावत समझाकर अनशन समाप्त करने को कहा गया।