रुद्रपुर बस टर्मिनल का नक्शा निरस्त
जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : बस टर्मिनल को लेकर चल रही कवायद को जोरदार झटका लगा है। वि
जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : बस टर्मिनल को लेकर चल रही कवायद को जोरदार झटका लगा है। विकास प्राधिकरण ने इसके नक्शे पर कड़ी आपत्ति जताई है। वजह, रोडवेज के नाम जमीन होने के बावजूद उसे कम हिस्सा दिया जाना है। नक्शे में कॉमर्शियल उपयोग को अधिक जमीन दी गई है। इससे एक बार फिर टर्मिनल का निर्माण खटाई में पड़ गया है।
रुद्रपुर बस अड्डे के पास कुल 16,855 वर्ग मीटर भूमि है। नियमानुसार इसमें से अधिकतम 25 प्रतिशत भूमि ही व्यावसायिक उपयोग में लाई जा सकती है। कार्यदायी संस्था सीआरएस इंफ्रा प्रोजेक्ट लि. को बस टर्मिनल के निर्माण का कार्य दिया गया है। यहां यात्री विश्राम, बुक स्टाल, कुली शेड, शौचालय सहित खान-पान की दुकानें व 2.78 वर्ग मीटर में वर्कशॉप आदि का निर्माण होना है। कार्यदायी संस्था ने मानक ही पलट दिए हैं। नक्शे में 25 प्रतिशत भूमि के स्थान पर 71.48 प्रतिशत भूमि व्यावसायिक कार्य में दिखाया है। इतना ही नहीं, कंपनी ने मल्टीप्लैक्स के साथ-साथ, बार व दो छविगृह के निर्माण भी नक्शे में दर्शाए हैं। मानक के अुनरूप न होने से टाउनशिप प्लानर संयुक्त नियोजक हल्द्वानी एसएम श्रीवास्तव ने नक्शे को गलत करार दिया है। अब कंपनी को टर्मिनल के निर्माण के लिए दूसरा नक्शा बनाकर भेजना होगा, तभी नक्शा पास होगा। कंपनी को अपना कार्य पूर्ण कर एक वर्ष में देना है जबकि कई महीने निकल चुके हैं। हालांकि कंपनी बस अड्डे पर दो जगह बैरियर लगा चुकी है। यहां बता दें कि बस अड्डे की बि¨ल्डग जर्जर हो चुकी है। बारिश में कर्मचारियों को कार्यालय के भीतर भीगते हुए कार्य करना पड़ता है। ऐसे में उनमें जो आस जगी थी, उसके लिए अभी इंतजार करना होगा। वर्जन----------
नक्शे में खामियां थीं। मानक से कहीं अधिक जमीन कॉमर्शिलयल यूज को दे दी गई थी। इसी आधार पर इसे निरस्त कर दिया गया है।
-एसी भारती, जेई, विकास प्राधिकरण, रुद्रपुर