नहीं रहे तराई को बसाने वाले कंवर लाल सूद
संवाद सहयोगी, बाजपुर : तराई को आबाद करने व प्रमुख राजनीतिक व सामाजिक दायित्वों का निर्वहन
संवाद सहयोगी, बाजपुर : तराई को आबाद करने व प्रमुख राजनीतिक व सामाजिक दायित्वों का निर्वहन करते हुए प्रत्येक क्षेत्र में सक्रिय भूमिका निभाने वाले कंवर लाल सूद (87) का गुरुवार सायं निधन हो गया। उनके निधन से क्षेत्र में शोक का वातावरण है। गमगीन माहौल में शुक्रवार को स्थानीय श्मशान भूमि में अंतिम संस्कार किया गया।
कंवर लाल सूद का परिवार देश की आजादी से पूर्व ही तराई में आ गया था। इनके द्वारा उत्कृष्ठ खेती हेतु बियावान जंगलों को उखाड़कर देश के लिए अनाज का उत्पादन बढ़ाने का कार्य किया गया। इनके पास ब्रिटिश हुकूमत के समय से ही बाजपुर विकासखंड में बहुआयात भूमि थी, जिस पर बाजपुर के हजारों परिवार निवास कर रहे हैं। समय के साथ समस्त भूमि का विभाजन सूद परिवार के बीच हो गया, लेकिन कंवरलाल सूद ने इतना सबकुछ होते हुए भी पं.गो¨वद बल्लभ पंत के परिवार के साथ तराई की राजनीतिक विरासत को संभाला। उनके यहां से ही देश के विभिन्न पदों पर रहे केसी पंत, नैनीताल लोकसभा सीट से सांसद रहीं इला पंत ने मार्गदर्शन में चुनाव लड़ा। इसी प्रकार तराई के ज्वलंत मुद्दों को लेकर भी वह मुखर वक्ता थे। तराई बीज के मुद्दों को लेकर भी अनेक बार उन्होंने मामलों को उठाया और किसान हित की बात की। वह अपने पीछे दो पुत्रों व उनका भरा-पूरा परिवार छोड़ गए हैं।
उनके निधन पर समाज कल्याण मंत्री यशपाल आर्य, शिक्षा मंत्री अर¨वद पांडेय, पूर्व सांसद बलराज पासी, हरेंद्र ¨सह लाडी, मिक्की कपूर, कांग्रेस के जिलाध्यक्ष जितेंद्र शर्मा, नीरज सोनी, टीडीसी के पूर्व डायरेक्टर हरमंदर ¨सह बरार, भाकियू के प्रदेशाध्यक्ष कर्म ¨सह पड्डा, गुरुद्वारा ¨सह सभा के अध्यक्ष दलजीत ¨सह रंधावा, जसवंत ¨सह पूनिया, अजीतपाल ¨सह, सुरेंद्र लाल सूद, अमृत सूद, मंजीत ¨सह राजू आदि सैकड़ों लोगों द्वारा शोक व्यक्त किया गया है। उनके पुत्र संजय सूद ने अवगत कराया कि रविवार को श्रीरामभवन धर्मशाला में 12 बजे से श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया जाएगा।