चार माह बाद उठनी थी डोली, निकली अर्थी
जागरण संवाददाता, काशीपुर : शिवानी के घर से चार माह बाद उसकी डोली उठनी, लेकिन ईश्वर को
जागरण संवाददाता, काशीपुर : शिवानी के घर से चार माह बाद उसकी डोली उठनी, लेकिन ईश्वर को कुछ और मंजूर था, इससे पहले ही उसकी अर्थी निकल गई। बतातें है कि बीते फरवरी में ही उसकी सगाई हुई थी। शुक्रवार को जबकि शिवानी का शव आवास विकास स्थित उसके घर पहुंचा तो हर किसी की आंखों से गम के आंसू झलकने लगे। शहर शोक में डूब गया।
आवास विकास निवासी राजीव चौहान बीएसएनएल काशीपुर में डिवीजनल इंजीनियर है। उनकी बेटी शिवानी बरेली स्थित राममूर्ति मेडिकल कॉलेज में पीजी मे एनेस्थीसिया कोर्स कर रही थी। वह पढ़ने में होनहार थी। गुरुवार देर शाम वह पांच दोस्तों के साथ कार से मेडिकल कॉलेज के बाहर आई तो सामने से आ रहे ट्रक ने साइड से कार में टक्कर मार दी। इससे शिवानी की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उसकी एक सहेली गंभीर रूप से घायल हो गई। सूचना पर काशीपुर शहर में शोक की लहर दौड़ गई। शिवानी के भाई शिवम प्रताप सिंह आइएएस हैं और वह वर्तमान में हिमाचल में तैनात हैं। शिवानी का शव एंबुलेंस से शुक्रवार शाम सात बजकर 49 मिनट पर आवास विकास पहुंचा तो लोग समझ नहीं पाए कि आखिर यह क्या हुआ। लोगों को विश्वास नहीं हो रहा था कि उसकी मौत हो गई है। बताया गया कि शिवानी की उन्नाव उत्तर प्रदेश निवासी युवक से शादी तय हुई थी और चार फरवरी को रिंग सेरेमनी हो गई थी। जिस युवक से शादी तय हुई थी, वह दिल्ली में मौलाना अब्दुल कलाम मेडिकल कॉलेज में एमएस कर रहा है। शिवानी की अप्रैल में शादी होनी थी, मगर गर्मी की वजह से लड़के वाले ने जाड़े में शादी करने की बात कही। इसलिए शादी टल गई और सितंबर में शादी होने वाली थी। बुआ के बेटे की शादी में 18 अप्रैल शिवानी को शादी में आना था, लेकिन उससे पहले उसकी अर्थी आ गई। शिवानी की मौत की सूचना पर पूर्व सांसद केसी सिंह बाबा, जसपुर के विधायक आदेश चौहान, नगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष संदीप सहगल, पंकज टंडन, सीमा चौहान, संदीप चतुर्वेदी, बीएसएनएल के अफसरों व कर्मचारियों ने राजीव चौहान के आवास पर पहुंचकर शोक जताया। शिवानी का दाह संस्कार शनिवार सुबह नौ बजे होगा।