जिले में पांच सौ करोड़ का लेन-देन प्रभावित
रुद्रपुर में ट्रेड यूनियनों के भारत बंद का जिले में मिला-जुला असर रहा।
जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : ट्रेड यूनियनों के भारत बंद का जिले में मिला-जुला असर रहा। हड़ताल में बैंकिग संस्थानों के शामिल होने से जिले में करीब 500 करोड़ का लेन-देन प्रभावित हुआ। इसमें 90 करोड़ के विभिन्न चेक क्लीयरेंस नहीं हो सके। बुधवार को बैंक के शटर तो खुले, लेकिन कर्मचारी लेन-देन से विरत रहे। विभिन्न ट्रेड यूनियन के सदस्यों ने प्रदर्शन कर सरकार के खिलाफ आक्रोश जताया। बैंकों में लेन-देन न होने से व्यापारियों के साथ आम लोग परेशान रहे। लोग रुपये निकालने के लिए भटकते दिखे।
जिला मुख्यालय के आंबेडकर पार्क में सभा व विरोध प्रदर्शन दिनभर चला। आल इंडिया सेंट्रल काउंसिल ऑफ ट्रेड यूनियंस, एक्टू के प्रदेश अध्यक्ष निशांत ने कहा कि आर्थिक मंदी, बेरोजगारी आदि मुद्दों पर विरोध प्रदर्शन किया गया। दिनेश भट्ट ने कहा कि निजीकरण व राष्ट्रीय संपत्तियों की बिक्री देश के लिए गंभीर मुद्दा है। सीपीआइएमएल के जिला सचिव आनंद नेगी ने बताया कि आशा, आंगनबाड़ी, रेल, डिफेंस, कोयला, शिक्षा, स्वास्थ आदि से जुड़े कर्मचारियों पर हो रहे अन्याय के खिलाफ बंद का आह्वान किया गया। आशा स्वास्थ कार्यकर्ता संगठन जसपुर की अध्यक्ष मधुबाला वर्मा ने कार्यकर्ताओं को राज्य कर्मचारी घोषित करने व 21 हजार रुपये मानदेय देने की मांग की। इस मौके पर मुकुल, राजेंद्र प्रसाद, निरंजन लाल, बबिता, शशिबाला, सुधा गोस्वामी आदि मौजूद रहे। बीमा कर्मचारी संघ के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों, सेंटर आफ इंडियन ट्रेड यूनियंस आदि भी बंद को समर्थन देते हुए प्रदर्शन किया।
एसबीआइ को छोड़ अन्य बैंकों में लेन-देन न होने से लोगों की फजीहत हुई। समय से भुगतान न होने पर भी व्यापारियों को माल के उठान व भेजने में भी दिक्कतें हुईं। हड़ताल का असर व्यापार पर काफी दिखा। ---इनसेट---
2000 लीटर दूध प्रभावित
रुद्रपुर: बंद को दुग्ध उत्पादकों ने भी समर्थन दिया। ग्रामीण क्षेत्र से आंचल कंपनी को जाने वाले दूध पर इसका सामान्य असर पड़ा। दुग्ध विभाग के सहायक निदेशक वृजेश सिंह ने कहा कि बुधवार को पहली मीटिग में 31 हजार 126 लीटर दूध ही आंचल कंपनी तक पहुंचा, जबकि मंगलवार को यह आंकड़ा करीब 33 हजार लीटर का रहा।
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सब्जियों पर भी असर
रुद्रपुर: सब्जी मंडी में मटर की आपूर्ति पर भी असर दिखा। अन्य दिनों के मुकाबले बुधवार को मटर की ट्रांलियां मंडी नहीं पहुंची। निरीक्षक योगेश तिवारी ने बताया कि मौसम के कारण भी मटर की आपूर्ति प्रभावित रही। जबकि अन्य सब्जियों की स्थिति समान्य रही।
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ट्रॉली रोककर प्रदर्शन रुद्रपुर: जिला मुख्यालय से सटे मलसा गांव में किसानों ने कृषि उत्पाद को बाजार जाने से रोका। किसान नेता तजिदर विर्क के नेतृत्व में गन्ने की ट्रॉली को रोककर प्रदर्शन किया गया। गांव के अन्य कृषि उत्पादों को बाजार भेजने से मना कर दिया गया। चीनी मिल की अधिशासी निदेशक रुचि मोहन रयाल ने बताया कि मिल की सफाई के चलते गन्ना नहीं लिया जा रहा है। ---वर्जन---
बैंकिग संस्थानों ने बंद को समर्थन दिया है। ज्यादातर कर्मचारियों ने लेन-देन नहीं किया। करीब 90 करोड़ रुपये के विभिन्न चेक क्लीयरेंस नहीं हुए। जिले में करीब 500 करोड़ का लेन-देन प्रभावित हुआ।
-सुरेश चंद्र शर्मा, जिला अध्यक्ष, ऑल इंडिया बैंक इंप्लाइज एसोसिएशन
रुद्रपुर : अखिल भारतीय किसान समन्वय समिति के आह्वान पर किसानों ने भारत बंद का समर्थन किया। मलसी के मटर उत्पादक काश्तकार अमनदीप सिंह, बगवाड़ा के विक्रम जीत सिंह व संतोष सिंह आदि ने मटर से भरी ट्रॉलियां मंडी जाने से रोक दीं। फसल समर्थन मूल्य, फसल बीमा, 14 दिन में गन्ना भुगतान, पराली जलाने पर शोषण, आवारा पशुओं से नुकसान की भरपाई, कर्ज माफी, किसान पेंशन आदि मांगों पर उन्होंने विरोध का ऐलान किया है। इधर, हड़ताल से बैंकों में लेन-देन प्रभावित होने के संबंध में लीड बैंक अधिकारी केडी नौटियाल के मोबाइल पर चार पर फोन किया गया, मगर उन्ेहोंने कॉल रिसीव नहीं किया।