संजयनगर स्कूल में अव्यवस्था की शिक्षा
संजयनगर द्वितीय राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में अध्ययनरत दो सौ बच्चे अव्यवस्था की शिक्षा ले रहे हैं।
संवाद सहयोगी, रुद्रपुर : संजयनगर द्वितीय राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में अध्ययनरत दो सौ बच्चे अव्यवस्था की शिक्षा की हासिल कर रहे हैं। बच्चों के अभिभावक तो इन बच्चों को बेहतर भविष्य की उम्मीद के साथ स्कूल भेज रहे हैं, लेकिन व्यवस्था की अव्यवस्था उनके आड़े दिख रही है। दरअसल, स्कूल में तैनात सात अध्यापकों में से सिर्फ दो ही इन बच्चों को पढ़ा रहे हैं। यहां का प्राथमिक स्कूल भी इसी उपेक्षा का शिकार है।
कुछ अभिभावकों की शिकायत पर आपके प्रिय समाचार पत्र जागरण की टीम ने गुरुवार सुबह 10 बजे स्कूल पहुंच पड़ताल की तो मामले का खुलासा हुआ। वहां सब-कुछ उल्टा था। शौचालय तो थे, लेकिन उनमें ताले लगे थे। स्कूल में बच्चे तो थे, लेकिन शिक्षक नदारद थे। 10 बज रहे थे, लेकिन छात्र मैदान में घूम रहे थे। इस विद्यालय में छात्रों की संख्या अच्छी खासी है। कक्षा छह में 72, कक्षा सात में 63, आठ में 49 छात्र पंजीकृत हैं। स्कूल में तैनात सात शिक्षक एवं शिक्षिकाएं में से सिर्फ दो अध्यापिकाएं ही मौके पर मिलीं। प्रधानाध्यापक मोहनराम, अध्यापक ललित मोहन जोशी अवकाश पर थे। पता चला कि विनय कुमार द्विवेदी को अतिरिक्त प्रभार व्यवस्था में दूसरे विद्यालय से जोड़ा गया है। शिक्षिका स्मृति भारती एक माह की मेडिकल लीव पर हैं। जबकि एक अन्य शिक्षिका आकस्मिक अवकाश पर थीं। यही हाल प्राथमिक का भी था, जहां अध्ययनरत 125 बच्चों को पढ़ाने के लिए सिर्फ दो अध्यापक थे। ऐसे में विभाग की ओर से अवकाश देने की प्रक्रिया पर सवाल उठना लाजमी है। इन अव्यवस्थाओं के कारण बच्चों की पढ़ाई भी राम भरोसे है। वर्जन-
एक साथ अवकाश नहीं दिया जा सकता। अवकाश से कक्षाएं प्रभावित नहीं होनी चाहिए। इस मामले में डिप्टी बीईओ और बीईओ से बात की जाएगी। मामले में पूछताछ की जाएगी।
-पदमेंद्र सकलानी, जिला शिक्षा अधिकारी बेसिक, ऊधम¨सह नगर