चार साहिबजादों की याद में सजा दीवान
श्री गुरु गोविद सिंह जी के चारों पुत्रों की शहादत को समर्पित शहीदी दिवस के उपलक्ष्य पर समागम का आयोजन हुआ।
संवाद सहयोगी, बाजपुर : श्री गुरु गोविद सिंह जी महाराज के चारों पुत्रों की शहादत को समर्पित शहीदी दिवस के उपलक्ष्य पर गुरुद्वारा सिघ सभा रेहटा में बाबा लक्खा सिंह कोटाबूंदी वालों की ओर से रविवार को समागम का आयोजन किया गया। इस दौरान बाबा जोराबर सिंह, फतेह सिंह, अजीत सिंह व जुझार सिंह के जीवन पर भाई दर्शन सिंह के रागी जत्थे, भाई भगवान सिंह कोटा बूदी राजस्थान, ज्ञानी भजन सिंह व भाई बलविदर सिंह नानकसर ठाठ वालों ने कथा के माध्यम से प्रकाश डाला।
इस मौके पर पंजाब से आए ढाडी जत्थे के भाई हरपाल सिंह ने कहा कि अज सैकड़ोंतपाए बैठे ने धूनिया कौन करु रीसा तैरिया, कविशरी जत्थे के अमरिदर सिंह ने कहा कि कोई सूरमा न दिखे गुरु नाल दा जिन्हें जुल्मा दी हद रोक ती। इसी प्रकार ज्ञानी रंजीत सिंह बन्नाखेड़ा, ज्ञानी करनैल सिंह सहित अनेक प्रचारकों द्वारा गुरुवाणी का यशगान किया गया। इस मौके पर कोटाबूंदी राजस्थान से आए संत बाबा लक्खा सिंह द्वारा क्षेत्र में सुख-शांति व अमनचैन की अरदास की। समागम में बाबा प्रताप सिंह नानकसर ठाठ गजरौला, स्थानीय मुख्य सेवादार स्वर्ण सिंह, हरभजन सिंह, राणा रंजीत सिंह, गुरदेव सिंह, गुरदीप सिंह, जसदीप सिंह, जसविदर सिंह, विक्रम सिंह, सुखचैन सिंह, जगतार सिंह, नरेंद्र सिंह, चरण सिंह आदि रहे।