खाद्य उपायुक्त ने माना गोदाम में खराब है दाल
रुद्रपुर में खाद्य उपायुक्त ने माना गोदाम में पड़ी दाल खराब है।
जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : खाद्य उपायुक्त ने माना गोदाम में पड़ी दाल खराब है। दाल के पैकेटों से भरे कई बोरों को चूहे कतर दिए हैं। जांच में दाल की खराब गुणवत्ता के लिए जिम्मेदारी तय करने का कार्य किया जा रहा है कि किसकी वजह से दाल का उठान नहीं हो पाया। जांच रिपोर्ट के बाद कोटेदारों के साथ कई कर्मचारियों पर गाज गिर सकती है।
मुख्यमंत्री पोषित दाल योजना में कोटेदारों के माध्यम से राशन कार्डधारकों को सस्ती दाल बेची जानी थी। कोरोना काल में कुछ दाल निश्शुल्क बांटी गई थी। पूर्ति विभाग की लापरवाही से काफी दाल का उठान नहीं हो पाया। इससे चना, मसूर, उड़द व अरहर की दाल में फंगस लग गया। दाल के पैकेटो से भरे कई बोरों व पैकेट को चूहे कतर दिए हैं। दाल में घुन भी लगे हैं। ऐसी स्थित में लोगों को सस्ती दाल नहीं मिल सकी। दैनिक जागरण में 24 अक्टूबर को घुन पका रहे गरीबों की दाल शीर्षक से खबर लगी तो प्रशासन हरकत में आया। साथ ही मामले की जांच डीएसओ को सौंप दी। पूर्ति विभाग मामले को रफा दफा करने का प्रयास करने लगा। हालांकि जागरण में मामले को फिर प्रकाशित किया तो मामला शासन तक पहुंच गया। शासन ने इसे गंभीरता से लेते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है। खाद्य उपायुक्त राहुल दत्त ने दो दिन पहले गोदाम पहुंचकर दाल की जांच तो भारी मात्रा में दाल मिली। शासन स्तर पर जांच होने से कोटेदारों व पूर्ति विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों में खलबली मची है। दाल का उठान नहीं हुआ तो इसके जिम्मेदार कौन अधिकारी व कर्मचारी है। इसी आधार पर कार्रवाई हो सकती है। बताया जा रहा है कि दाल का उठान न करने वाले कोटेदारों के साथ पूर्ति विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की गर्दन फंस सकती है।
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जांच में दाल खराब पाई गई है। गोदाम में रखे दाल के पैकेट को चूहों ने भी कुतर दिया है। ऐसे में दालों की इस स्थिति के लिए जिम्मेदारी तय की जा रही है। जल्द ही जिम्मेदार अधिकारी के संबंध में शासन को रिपोर्ट प्रेषित की जाएगी।
-राहुल दत्त, खाद्य उपायुक्त, हल्द्वानी
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चार जांच एक साथ, नतीजा सिफर
गोदाम में मिली खराब दाल की चार जांचे हो रही हैं, लेकिन अभी तक एक भी रिपोर्ट फाइनल नहीं हो सकी है। जिलाधिकारी के निर्देश पर डीएसओ श्याम आर्या ही इस मामले की जांच में जुटे हैं। कुमाऊं के खाद्य नियंत्रक ललित मोहन रयाल के निर्देश पर भी जांच की जा रही है। सचिव खाद्य सुशील कुमार के निर्देश पर खाद्य उपायुक्त राहुल दत्त भी मामले की जांच कर रहे हैं। खराब दालों की गुणवत्ता की जांच के लिए खाद्य सुरक्षा विभाग ने भी नमूने लिए हैं। जिला अभिहित अधिकारी मनीष सयाना ने बताया कि अभी तक नमूनों की जांच रिपोर्ट नहीं प्राप्त हुई है।