पुलिस को छकाता रहा सनकी हत्यारोपित
संवाद सहयोगी, सितारगंज : दीपक हत्याकांड की गुत्थी सुलझ गई है। हत्या की वजह बच्चों का आप
संवाद सहयोगी, सितारगंज : दीपक हत्याकांड की गुत्थी सुलझ गई है। हत्या की वजह बच्चों का आपसी झगड़ा था। जिसके बाद एक बच्चे का पिता दूसरे बच्चे का हत्यारा बन बैठा। सनकी ने दीपक को मौत के घाट उतार दिया, लेकिन पुलिस को हत्यारोपित तक पहुंचने के लिए लगभग साढ़े पांच माह का समय लग गया। जबकि हत्यारा उसी गांव का रहने वाला है।
प्रतापपुर नंबर चार निवासी सात वर्षीय दीपक विश्वास की हत्या हो गई। इनमें हत्यारोपी समीर पुत्र त्रिलोकी भी शामिल था। पुलिस ने कई बार पूछताछ की, लेकिन बताया जाता है कि समीर दिमागी रूप से कमजोर है। इस वजह से पुलिस को हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने में साढ़े पांच माह का समय लग गया। ऐसा इसलिए की आरोपित से कई चरणों में पूछताछ हुई। इस पूछताछ में उसके जवाब पुराने जवाबों से बिल्कुल अलग होते थे। वह बार-बार बयान बदल रहा था। जिसके बाद पुलिस ने हत्याकांड का खुलासा करने के लिए उसकी हरकतों पर नजर रखनी शुरू कर दी। उसके परिजनों से भी पुलिस ने पूछताछ की। मृतक दीपक के परिजनों को भी बुलाया गया। पूछताछ के बाद हत्याकांड की कड़ी जोड़ते हुए आरोपित को गिरफ्तार कर लिया। एसएसपी ने खुलासा करने वाली टीम को इनाम देने की घोषणा की है।
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मीडिया के सामने मुकरा सनकी हत्यारा
मीडिया कर्मियों ने आरोपित समीर से मासूम दीपक हत्याकांड के बारे में सवाल किया। इस दौरान आरोपित मुकर गया। उसने मीडियाकर्मियों के सामने कहा कि उसने दीपक उर्फ दीपा को नहीं मारा है। जिसके बाद पुलिस के उच्चाधिकारियों ने बीच में दखलदांजी की। थानाध्यक्ष दौलतराम वर्मा ने बताया कि समीर दिमागी रूप से कमजोर है। वर्ष 2001 में उसने पत्नी की हत्या कर दी थी। जिसके बाद उसे गिरफ्तार किया गया था। उसकी तीसरी शादी हुई है।