कैंटर व घर में रखी पांच लाख की खैर पकड़ी
संवाद सूत्र, गदरपुर : पुलिस व वन विभाग की एसओजी टीम ने छापामार कर कैंटर में लद रही खैर की करीब सौ
संवाद सूत्र, गदरपुर : पुलिस व वन विभाग की एसओजी टीम ने छापामार कर कैंटर में लद रही खैर की करीब सौ क्विंटल लकड़ी पकड़ी है। टीम ने मौके से एक स्कूटी, दो बाइक समेत एक आरोपित को भी गिरफ्तार किया है। हालांकि तीन आरोपी भागने में सफल रहे। अंतरराष्ट्रीय बाजार लकड़ी की कीमत पांच लाख रुपये बताई जा रही है।
सोमवार देर रात्रि थानाध्यक्ष ललित मोहन जोशी व वन विभाग एसओजी के प्रभारी रूप नारायण गौतम की टीम ने ग्राम मुकंदपुर में चौधरी धीरेंद्र कुमार के घर पर छापा मारा। छापे के दौरान कैंटर संख्या यूए-03, 2692 में खैर की लकड़ी लादी जा रही थी। टीम ने मौके पर धीरेंद्र कुमार को गिरफ्तार कर लिया। उसी दौरान अंधेरे का फायदा उठाते हुए तीन तस्कर भाग निकले। टीम ने कैंटर में लदी 40 क्विंटल खैर की लकड़ी, दो व स्कूटी बिना नंबर प्लेट को कब्जे में ले लिया। पकड़े गए धीरेंद्र कुमार की निशानदेही पर उसके चचेरे भाई मुकेश ¨सह उर्फ मिक्की पुत्र वीरेंद्र ¨सह चौधरी के घर के अंदर भूसे के गोदाम में रखी 60 क्विंटल खैर की लकड़ी बरामद की। पुलिस टीम ने मिक्की के घर से बरामद खैर को हल्द्वानी भेज दिया। वही कैंटर व चौधरी धीरेंद्र कुमार को लेकर थाने ले गई। वन रेंजर रूप नारायण गौतम ने बताया कि बरामद खैर की लकड़ी की कीमत लगभग पांच लाख रुपये है। पकड़े गए आरोपित ने पुलिस को अपने साथियों को नाम बताते हुए गांव के नबी शेर मोहम्मद उर्फ सोनू पुत्र बल्लू प्रधान निवासी ग्राम मुकंदपुर, असलम पुत्र तव्वन अली निवासी पुनयानी गली गदरपुर बताया। धीरेंद्र लकड़ी तस्करी के मामले में पहले भी पकड़ा जा चुका है। जुर्माना देने के बाद छूटा था। पुलिस ने चारों के खिलाफ वन अधिनियम की धारा में मामला दर्ज किया है। टीम में वन दरोगा कैलाश तिवारी, बीबी पाठक, बीडी मलकानी, एसआइ मनोहर चंद, ललित बिष्ट, एसआई खाती, भूपेंद्र ¨सह, सुरेश चंद, पारस पाल, राकेश खेतवाल, विक्रम ¨सह आदि थे।
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राम रहीम के नाम से तस्कर चलाते थे लकड़ी का टाल
फरार तस्कर नबी शेर मोहम्मद उर्फ सोनू ग्राम मुकंदपुर में राम रहीम के नाम से लकड़ी की टाल चलाता है। उसकी आड़ में इमारती कीमती लकड़ियों की लंबे समय से तस्करी कर रहा था। वह निकटवर्ती जंगलों से अवैध रूप से काटकर ला रहे खैर की लकड़ी को 1200 रुपये क्विंटल से खरीदता था। खरीदी हुई खैर की लकड़ी को दिल्ली में ले जाकर 6000 रुपये क्विंटल के हिसाब से बेचता था।
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लकड़ी तस्करों के मुखबिरों को भनक तक नहीं लगी
मुखबिर की सूचना पर एसएसपी सदानंद दाते के निर्देश पर पुलिस व वन विभाग की टीम ने संयुक्त रूप से निजी वाहन व सिविल ड्रैस में पहले ग्राम मुकंदपुर में निगरानी की थी। इसके बाद कार्रवाई की गई। हालांकि रुद्रपुर वन क्षेत्र के अधिकारियों को इसकी भनक तक नहीं लगी।