बस अड्डे की जमीन 'गायब', परिवहन निगम को पता नहीं
इसे परिवहन निगम की लापरवाही कहें या प्रस्तावित हाईटेक बस अड्डे का दुर्भाग्य कि जमीन कम हो गई है।
जेएनएन, रुद्रपुर/गदरपुर : इसे परिवहन निगम की लापरवाही कहें या प्रस्तावित हाईटेक बस अड्डे में रुचि नहीं। गदरपुर में प्रस्तावित बस अड्डे की 13 बीघा जमीन हाईवे में चली गई और इस बात की परिवहन निगम को भनक तक नहीं लगी। ऐसे में करीब अब पांच बीघे में हाईटेक बस अड्डा बनना संभव नहीं है। सोमवार को जब जमीन की नपाई हुई तो 13 बीघे कम होने की बात निगम को पता चली। इससे निगम के अफसरों पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। साथ ही गदरपुर के लोगों के हाईटेक बस अड्डे की खुशी भी काफूर होती दिख रही है।
गदरपुर व आसपास के लोगों को यात्रा की बेहतर सुविधा देने के लिए ग्राम अलखदेवी ग्राम सभा में 18 बीघे की जीमन पर हाईटेक बस अड्डा प्रस्तावित हुआ। वरिष्ठ कांग्रेस नेता राजेंद्र पाल सिंह के प्रयास से वर्ष 2012 में परिवहन निगम को जमीन हैंडओवर करने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया था। उसी साल जमीन निगम को हैंडओवर कर दी गई। वर्ष 2013 में एनएचएआइ ने नोटिफिकेशन करके उसी जमीन का अधिग्रहण कर लिया। हैरानी की बात है कि एनएचएआइ द्वारा जब जमीन अधिग्रहण के लिए सर्वे हो रहा था तो उस समय भी परिवहन निगम ने कोई आपत्ति नहीं जताई। इसी का नतीजा रहा कि हाईवे में प्रस्तावित जमीन का काफी हिस्सा चला गया। उधर, कुछ हिस्से पर महतोष पुलिस चौकी बना दी गई है। इसके बावजूद परिवहन निगम को अपनी संपत्ति की सुरक्षा की चिता नहीं रही।
अब हाईटेक बस अड्डे को धरातल पर लाने की जब नौबत आई तो इसकी नपाई सोमवार को की गई। तब जाकर पता चला कि मौके पर कुल 18 बीघे में से करीब पांच बीघा जमीन ही बची है। इसमें भी कुछ हिस्सा हाईवे की दूसरी तरफ है। ऐसे में अब सवाल उठ रहा है कि इतनी कम जमीन में हाईटेक बस अड्डा कैसे बन पाएगा। क्या इसके लिए दूसरी जमीन की तलाश की जाएगी या हाईटेक को हाल्ट के तौर पर सीमित कर दिया जाएगा। इस मामले में कोई जिम्मेदार अधिकारी बोलने को तैयार नहीं है। पर इतना तो तय है कि इतने कम भूभाग पर एक हाईटेक बस अड्डा तो नहीं बन पाएगा।
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हाईटेक बस अड्डे में होती हैं यह सुविधाएं
मल्टी स्टोरी के साथ ही बेसमेंट में पार्किंग, वर्कशॉप, बसें खड़ी करने की सुविधा, ग्राउंड फ्लोर पर परिवहन निगम के दफ्तर, दूसरे व तीसरे फ्लोर पर कामर्शियल दुकानें, होटल जैसी सुविधाएं होनी चाहिए। एयरपोर्ट की तरह बसें खड़ी करने की सुविधा होती है।
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गदरपुर की जनता, भाजपा कार्यकर्ताओं की मांग पर बस अड्डे का निर्माण किया जाना प्रस्तावित है। जगह की उपलब्धता सुनिश्चित होने पर डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करा कर निर्माण किया जाएगा। उसी के अनुरूप बजट भी जारी किया जाएगा। प्रथम पायदान पर भूमि का होना आवश्यक है, जिसमें भाजपा के लोग प्रयासरत हैं। वह जनता की भावनाओं का सम्मान करते हुए गदरपुर में बस अड्डा बनाना चाहते हैं।
- यशपाल आर्य, परिवहन मंत्री
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सोमवार को नपाई के दौरान पता चला कि प्रस्तावित हाईटेक बस अड्डे की जमीन कम है। एनएचएआइ ने इसके लिए कोई नोटिस नहीं दिया है।
- राकेश कुमार, एआरएम, रुद्रपुर रोडवेज डिपो