ड्रोन से होगी बाढ़ सुरक्षा के कार्यो पर नजर
संवाद सहयोगी, सितारगंज : मानसून से पहले ही क्षेत्र में बहने वाली नदियों में बाढ़ सुरक्षा के कार्य शु
संवाद सहयोगी, सितारगंज : मानसून से पहले ही क्षेत्र में बहने वाली नदियों में बाढ़ सुरक्षा के कार्य शुरू हो गए हैं। रिहायशी इलाकों को बाढ़ से बचाने के लिए रीवर ट्रेनिंग के तहत नदी के तल को गहरा किया जा रहा है। प्रशासन इस काम पर ड्रोन कैमरे से नजर रख रहा है।
कैलाश, बैगुल, निहाइ, कॉमन, देवहा व सूखी नदी के प्रकोप से आबादी क्षेत्र को बचाने के लिए नदियों को गहरा कर चैनलाइज किया जा रहा है। सिंचाई विभाग ने इसका काम प्रारंभ कर दिया है। बाढ़ के लिहाज से सितारगंज, नानकमत्ता के कई ग्रामों में हर साल कैलाश, बैगुल, निहाइ, कॉमन, देवहा व सूखी नदी तबाही मचाती है। सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता बीसी नैनवाल ने बताया कि रीवर ट्रेनिंग के तहत बाढ़ सुरक्षा के इंतजाम किए जा रहे हैं। ड्रोन कैमरों से बाढ़ सुरक्षा कार्याे की फोटाग्राफी होगी। वर्जन
क्षेत्र को बाढ़ से बचाने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। मानसून से पहले ही नदियों, नालों की सफाई कराई जा रही है।
- सौरभ बहुगुणा, क्षेत्रीय विधायक
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बाढ़ से इन गांवों को खतरा
सितारगंज : बाढ़ की आशंका को देखते हुए प्रशासन ने गोविंदनगर, रुद्रपुर, टैगोरनगर, सुरेंद्रनगर, निर्मलनगर, बरूआबाग झाड़ी, तिलियापुर, उकरौली, कल्यानपुर, नकुलिया, सिसौना, बमनपुरी , चौमेला, थारूतिसौर, तुर्कातिसौर, लौका, गौठा, रम्पुरा, सितारगंज, बघौरी, पिंडारी, विज्टी, मैनाझुंडी, नकहा, नकटपुरा, पंडरी, साधूनगर, लांबाखेड़ा, डोहरा, डोहरी, विरिया, मगरसड़ा, खैराना, सलमता, सलमती, देवकली ऐचता बिही, मटिहा, सरौजा, नगला, नानकमत्ता, बलखेडा , भीकमपुर, विचुवा, सरौजा टुकडी, विचुवा, सरौजा, हरैया आदि को बैगुल, कैलाश, देवहा, कामन से खतरा मानते हुए बाढ़ चौकी बनाई गई है।