यूएसनगर में चल रहे 350 गैर पंजीकृत अस्पताल
जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : क्लीनिकल इस्टेब्लिशमेंट एक्ट में पंजीकरण कराए बिना चल रहे अस्पत
जागरण संवाददाता, रुद्रपुर :
क्लीनिकल इस्टेब्लिशमेंट एक्ट में पंजीकरण कराए बिना चल रहे अस्पतालों को स्वास्थ्य विभाग ने चिह्नित करना शुरू कर दिया है। अब तक जिले में 350 गैर पंजीकृत अस्पताल और 50 लैब चिह्नित किए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक जल्द जिलेभर में अभियान चलाकर बिना पंजीकरण संचालित अस्पतालों को सील किया जाएगा।
बता दें कि अस्पताल संचालित करने के लिए क्लीनिकल इस्टेब्लिशमेंट एक्ट में पंजीकरण जरूरी है। जिले में 237 अस्पताल ही पंजीकृत हैं। जबकि सैकड़ों अस्पताल बिना पंजीकरण के संचालित हो रहे हैं। मामले में बाजपुर के अहमद नबी की याचिका की सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने प्रदेश में क्लीनिकल इस्टेब्लिशमेंट एक्ट में पंजीकरण कराए बिना चल रहे अस्पतालों को सील करने के आदेश दिए हैं। ऊधम¨सहनगर की ही बात करें तो यहां पर सैकड़ों अस्पताल बिना पंजीकरण संचालित हो रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक बीते दिनों जिलेभर में पंजीकरण न कराने वाले अस्पतालों के खिलाफ अभियान चला था। इस दौरान जिले के जसपुर, काशीपुर, बाजपुर, गदरपुर, दिनेशपुर, रुद्रपुर, किच्छा, सितारगंज, नानकमत्ता और खटीमा में 350 अस्पताल और 50 लैब चिह्नित हुए थे। जबकि सैकड़ों ऐसे और भी अस्पताल थे, जिन्हें चिह्नित नहीं किया गया था। इधर, हाईकोर्ट के आदेश के बाद अब स्वास्थ्य विभाग जिले में बिना पंजीकरण चल रहे अस्पतालों के चिह्नीकरण की तैयारी कर रहा है। इंसेट-
10 सरकारी अस्पताल पंजीकृत
जिले में 10 सरकारी अस्पतालों का पंजीकरण है। इनमें रुद्रपुर जिला अस्पताल और काशीपुर का एलडी भट्ट चिकित्सालय के साथ ही नारायणनगर, केलाखेड़ा और ढकिया के तीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शामिल हैं। इसके अलावा पांच सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खटीमा, सितारगंज, किच्छा, गदरपुर और जसपुर शामिल हैं। वर्जन:::
अब तक जिले में 350 अस्पताल और 50 लैब चिह्नित किए गए हैं। जल्द ही बिना पंजीकरण संचालित अन्य अस्पतालों को भी चिह्नित कर सील करने की कार्रवाई की जाएगी।
डॉ. अविनाश खन्ना, एसीएमओ, यूएसनगर