शिक्षा व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए बाजपुर में मंथन
बाजपुर में शासकीय एवं अशासकीय मान्यता प्राप्त विद्यालयों की मासिक बैठक राजकीय इंटर कालेज में हुई।
संवाद सहयोगी, बाजपुर : शासकीय एवं अशासकीय, मान्यता प्राप्त विद्यालयों की मासिक बैठक राजकीय इंटर कॉलेज गांव बाजपुर में संपन्न हुई। जिसमें कोविड-19 के चलते अव्यवस्थित हुई शिक्षा व्यवस्था को पटरी पर जाने के लिए विस्तारपूर्वक चर्चा की गई।
सोमवार को खंड शिक्षाधिकारी हवलदार प्रसाद की अगुवाई में आयोजित बैठक में कक्षा-9 से 12 तक के एससी एसटी बच्चों को पुस्तकीय सहायता के डीबीटी द्वारा वितरण करने, कोविड-19 के गाइड लाइन एवं ऑनलाइन शिक्षण, सेवा पंजिकाओं एवं जीपीएफ के रख-रखाव सूचना का अधिकार एवं शिक्षा का अधिकार अधिनियम, सीएम हेल्पलाइन, न्यायालयी प्रकरण आदि पर विस्तार से चर्चा की गई। इसके अलावा करीब 25 बिदुओं पर विचार-विमर्श करते हुए शिक्षा-व्यवस्था में सुधार कैसे किया जाए इस विषय पर गहन मंथन किया गया। बैठक में जीजीआईसी बाजपुर की प्रधानाचार्या इंदिरा पांडेय, जीआईसी बरहैनी के प्रधानाचार्य महेश कुमार, इदरीश बेग हरिपुरा, अरुण कुमार गांव बाजपुर, रश्मि पांडेय जीजीआईसी सुल्तानपुर पट्टी, एसएन सिंह गजरौला, गीता खुल्बै बीसीएसएफ इंटर कॉलेज चीनी मिल, डा.प्रीति रस्तोगी आदर्श कन्या इंटर कॉलेज, डा.धीरज शर्मा आदि मौजूद थे। विशेष अभियान चलाकर भरे जाएं विभागों में रिक्त एससी-एसटी के पद
बाजपुर : अखिल भारतीय अनुसूचित जाति एवं शोषित वर्ग उत्थान समिति के मंडलीय मंत्री एडवोकेट सूरज सागर ने उपजिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित कर सभी विभागों में रिक्त पड़े एससी-एसटी के पदों को विशेष भर्ती अभियान चलाकर अतिशीघ्र भरने, प्रदेशभर के बेरोजगारों को बेरोजगार भत्ता देने, एससी-एसटी छात्रों की छात्रवृत्ति शीघ्र उपलब्ध करवाने, एससी-एसटी, अल्पसंख्यक आदि जाति प्रमाण पत्र बनाए जाने में पुराने रिकॉर्ड एवं स्थाई निवास के बाध्यता को समाप्त कर टीसी/स्थानांतरण प्रमाण पत्र से जाति प्रमाण पत्र जारी किए जाने एवं वृद्धा, विधवा और दिव्यांग आदि पेंशनों की धनराशि को दोगुनी करने की मांग की है।