पार्थिव शरीर घर पहुंचते ही मचा कोहराम
यूनिट के साथ कलकत्ता से जम्मू कश्मीर जाते समय ट्रेन से गिरकर जान गंवाने वाले जवान का पार्थिव शरीर मंगलवार को उसके घर पहुंच गया।
संवाद सहयोगी, खटीमा: यूनिट के साथ कलकत्ता से जम्मू कश्मीर जाते समय ट्रेन से गिरकर जान गंवाने वाले कुमाऊं के जवान का पार्थिव शरीर तिरंगे में लिपटकर देर शाम उसके घर महतगांव चकरपुर पहुंचा। जवान की एक झलक पाने के लिए लोग आतुर दिखे। शव को अंतिम दर्शन करने के लिए कुछ देर घर पर रखा गया। जिसके बाद शारदा घाट तट पर अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस दौरान युवाओं ने सैनिक की याद में जब तक सूरज चांद रहेगा, गजेंद्र तेरा नाम रहेगा के नारे लगाए।
चकरपुर महतगांव निवासी 33 वर्षीय गजेंद्र सिंह पुत्र किशोर कुमार सिंह पानू दो कुमाऊं रेजीमेंट कलकत्ता में तैनात थे। उसकी यूनिट एक अगस्त को कलकत्ता से जम्मू कश्मीर ट्रेन से जा रही थी। इसी दौरान रात को वह अचानक ट्रेन से नीचे गिर गए। यह बात सैन्य अधिकारियों ने परिजनों को बताई। सैनिक गजेंद्र का पार्थिव शव कलकत्ता से दिल्ली लाया गया। मंगलवार देर शाम जवान का पार्थिव शव घर लाया गया। जहां परिवार में कोहराम मच गया। पत्नी हेमा देवी समेत परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। इस दौरान वह कई गश खाकर गिर पड़ी। बनबसा स्टेशन में तैनात सिख रेजीमेंट के जवानों ने सैनिक को अंतिम सलामी दी। अंतिम यात्रा में विधायक पुष्कर सिंह धामी, गौरक्षा प्रमुख रंदीप पोखरिया, युवक कांग्रेस प्रदेश महामंत्री भुवन कापड़ी, भाजपा नेता गणेश ठकुराठी, गोपाल बोरा, हिमांशु बिष्ट, गंभीर सिंह धामी, राजेंद्र सिंह, गोविंद मेहता, प्रवीन सिंह बिष्ट, सुरेश चंद, दीपक सिंह, कैलाश बिष्ट, अनिल चंद आदि शामिल थे।