निर्दल में फिर दिखा बल, हॉफ रहा सिबल
जागरण संवाददाता काशीपुर छात्र संघ के चुनाव में दोबारा मौका है जब निर्दल प्रत्याशी को
जागरण संवाददाता,
काशीपुर : छात्र संघ के चुनाव में दोबारा मौका है जब निर्दल प्रत्याशी को युवाओं ने अध्यक्ष का ताज पहनाया है। मान मनौब्बल और चरण वंदना भी काम नहीं आ सकी। एबीवीपी के लिए भी यह किसी बड़े झटके से कम नहीं है कि वह छात्र मतदाताओं पर अपना विश्वास कायम नहीं कर सके। हालांकि एनएसयूआई तो पिछली दफा भी लाइन में नहीं थी। टक्कर तो सिर्फ निर्दल और एबीवीपी की थी, लेकिन सभी को पछाड़ते हुए निर्दल ने एक बार फिर बल दिखाया है और अब सिबल हॉफने लगा है।
युवाओं का नजरिया अब बदलता नजर आ रहा है। कॉलेज में विकास की किरण तो दूर-दूर तक नजर नहीं आती और प्रत्याशियों को हर बार ताज पहना दिया जाता है। यहीं वजह है कि इस बार वोटिग प्रतिशत भी पिछली बार की अपेक्षा कम ही रहा। खासतौर पर महिला प्रत्याशियों का रूझान काफी कम हुआ है। पिछली बार सार्थक अरोरा ने अभाविप के प्रत्याशी वैभव अरोरा को एक मत से हराया था। वैभव अरोरा को एजेंटों की मांग पर दोबारा मतगणना हुई तो सार्थक दो वोट से विजयी हुए। सार्थक अरोरा को 416 मत मिले। जबकि प्रतिद्वंदी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रत्याशी वैभव अरोरा को 414 मत ही मिल सके थे। जबकि इस बार अध्यक्ष प्रीत ढींगरा को 956 मत हासिल हुए जिनमें 30 मत रद्द कर दिए गए और 279 के अंतर से शुभम कनौजिया को हार का मुंह दिखाया। वहीं उपाध्यक्ष पद पर भी तीन उम्मीदवारों ने ताल ठोंकी थी, जिसमें से निर्दल राखी यादव को 901 मत मिले और प्रतिद्वंदी को 352 मतों के अंतराल से शिकस्त दी है। ऐसे में अधिकतर प्रत्याशी निर्दल रहे जिनको जीत हासिल हुई है, लेकिन युवाओं में इस बार विवेक ने 40 प्रतिशत वोटिग हो सकी।
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नोटा से भी किस्मत निकली खोटी
पद नोटा
अध्यक्ष 07
उपाध्यक्ष 55
संयुक्त सचिव 42
कोषाध्यक्ष 30
विश्विद्यालय 55
प्रतिनिधि
विज्ञान संकाय 09
वाणिज्य संकाय -