चालान के डर से भागा युवक हादसे में घायल
संवाद सहयोगी बाजपुर केंद्र सरकार द्वारा नए मोटर व्हीकल एक्ट में जुर्माने की रकम 10 गुना
संवाद सहयोगी, बाजपुर : केंद्र सरकार द्वारा नए मोटर व्हीकल एक्ट में जुर्माने की रकम 10 गुना से भी अधिक किए जाने के चलते बुधवार को एक व्यक्ति मौत के मुंह में जाते-जाते बच गया और उसकी हालत काफी गंभीर बताई जा रही है।
मामला मुख्यमार्ग स्थित भगत सिंह चौक के पास का है, जहां होमकार्ड सुपरवाइजर द्वारा हरियाणा नंबर की स्काíपयो का चालान किया जा रहा था। घबराहट में दूसरी साइड में मौजूद कार सवार चंडीगढ़ निवासी राजेश कुमार सड़क पार कर गाड़ी के पास पहुंच ही रहा था कि तेज गति से दौड़ रहे ई-रिक्शा की चपेट में आ गया। इससे उसके सिर में गंभीर चोटें आई हैं और कान से खून निकलने लगा। उसे एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से अन्यत्र रेफर कर दिया गया है। वहीं होमगार्ड ने घायल कार सवार को अस्पताल पहुंचाने की जगह कार का चालान काटने का काम करना जरूरी समझा, जबकि लोग घायल को बचाने के लिए प्रयास कर रहे थे। इस कर्मी की इस कार्यशैली से वहां मौजूद लोगों में नाराजगी भी देखी गई। लोगों का कहना था कि भले ही होमगार्ड उसकी कार को सीज कर अपने कब्जे में ले लेता, लेकिन इससे जरूरी कार्य घायल हुए व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाने का था जिसे इस कर्मी ने नजरअंदाज कर दिया। बताया गया कि राजेश अपने दो अन्य साथियों के साथ नैनीताल से घूमकर लौट रहा था्र। बाजपुर में मुख्यमार्ग स्थित एक दुकान पर चाय पीने के लिए वे रुके थे। बताते चलें कि उत्तराखंड में कुछ दिनों में नया मोटर व्हीकल एक्ट लागू होने वाला है, लेकिन इसकी दहशत लोगों में अभी से ही बनी हुई है, क्योंकि अन्य राज्यों में बढ़ी हुई दरों पर चालान होने शुरू हो गए हैं। इसका स्पष्ट उदाहरण हरियाणा में देखने को मिला जहां 15 हजार कीमत की स्कूटी का चालान 23 हजार रुपये का किया गया। वहीं 20 हजार रुपये की गाड़ी का चालान 32 हजार रुपये किया गया है। वहीं देर सायं पुलिस द्वारा रेलवे क्रॉसिग पर भी वाहन चेकिग की गई जिसमें चेकिग से बचने के लिए कई युवा व दो पहिया वाहन चालक रेलवे लाइन की तरफ को भागते देखे गए। पुलिस से बचने के चक्कर में बाइक सवारों का कई बार चोटिल होने का खतरा भी बना रहता है। वहीं नगरवासियों ने वाहन चेकिग शहरी क्षेत्र से बाहर करने की मांग की है।