उप्र परिवहन निगम के रंग की दो निजी बसें सीज
न परमिट न ही टैक्स जमा था इसके बावजूद धड़ल्ले से उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की बसों की शक्ल में सवारियां को झांसा देकर ढो रही दो निजी बसों को सीज कर दिया गया।
जागरण संवाददाता, काशीपुर : न परमिट न ही टैक्स जमा था, इसके बावजूद धड़ल्ले से उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की बसों की शक्ल में सवारियां को झांसा देकर ढो रही दो निजी बसों को सीज कर दिया गया। इससे निजी बस संचालकों में हड़कंप मच गया। इससे पहले भी इसी तरह की बसों में सवारियां ढोई जाती रही है।
उप्र परिवहन निगम की बसें लाल रंग में होती है। इस रंग की निजी बसों में सवारियां ढोने की सूचना पर एआरटीओ अनीता चंद सक्रिय हो गई। साथ ही मंडी स्थित परिवहन विभाग के चेक पोस्ट पर तैनात कर्मचारियों को सतर्क कर दिया। एआरटीओ ने गुरुवार सुबह केलामोड़ पर वाहनों की चेकिग करने लगी। रामनगर से आ रही दो बसों को रोककर जांच की तो एक बस पर वैशाली मेट्रो पर कौशांबी दिल्ली, आनंद विहार और मोहन नगर लिखा हुआ था जिसका नंबर उप्र 16 एटी 4424 था। दूसरी बस संख्या जीजे 5 जेड 1613 था। जिस पर दिल्ली आनंद विहार उप्र परिवहन लिखा हुआ था। चालकों से बस संबंधित कागजात दिखाने को कहा तो चालक के पास सिर्फ ड्राइविंग लाइसेंस था। इसके अलावा कोई कागजात नहीं था। बस संख्या 16एटी 4424 में पांच-छह सवारियां थीं और दूसरी बस में सवारी नहीं थी। बसें दिल्ली से रामनगर तक संचालित होती थीं। कुछ सवारियां तो मंडी चेक पोस्ट पर उतार दी थीं और बाकी सवारियां रामनगर में उतार दी थी। बताया कि दोनों बसें उप्र परिवहन निगम के रंग में थीं। इनके पास न तो परमिट थी न ही उत्तराखंड में चेक पोस्ट पर टैक्स जमा किया था। इसलिए दोनों बसों को सीज कर चेक पोस्ट पर खड़ी कर दी गई है।
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