माओवादी के शक में पागल से पुलिस का सामना
संवाद सहयोगी, सितारगंज : माओवादी के शक में पुलिस ने जंगल किनारे घूम रहे विक्षिप्त को पू
संवाद सहयोगी, सितारगंज : माओवादी के शक में पुलिस ने जंगल किनारे घूम रहे विक्षिप्त को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया। जिसके बाद उससे राज उगलवाने की कोशिश की गई। सवालों के जबाव न मिलने पर पुलिस ने उसे चुपचाप छोड़ दिया। जंगल से संदिग्ध हाथ लगने की सूचना मिलते ही खुफिया विभाग अलर्ट हो गया है। खुफिया विभाग विक्षिप्त से पूछताछ नहीं कर सका है। जिस वजह से जंगल किनारे पकड़ा गया संदिग्ध अब पुलिस के लिए सिरदर्द बन रहा है।
रनसाली वन क्षेत्र के नलई गांव के पास वनगुजरों ने कच्छा-बनियान में एक व्यक्ति को घूमते देखा था। जिसकी सूचना उन्होंने गांव के जनप्रतिनिधियों को दी। इसके बाद पुलिस को सूचना मिली। पुलिस ने जंगल किनारे बसे गांव से उस व्यक्ति को दबोच लिया। जिसके बाद उसे पूछताछ के लिए सिडकुल चौकी लाया गया। इस दौरान अफवाह उड़ी की व्यक्ति झारखंड का रहने वाला है। जिस वजह से उसके माओवादी गतिविधियों से जुड़े होने की संभावना बढ़ गई। पुलिस ने जब हिरासत में लिए व्यक्ति से पूछताछ शुरू की तो वह खुद का नाम तक नहीं पता पा रहा था। इसके बाद उसकी बोलचाल को आधार मानते उसका संबध झारखंड से जोड़ दिया गया। पूछताछ में जब पुलिस के हाथ कुछ नहीं लगा तो फिर गांव में जाकर पूछताछ की गई। जिसमें पुलिस को पता चला कि हिरासत में लिया गया व्यक्ति विक्षिप्त है। इसके बाद पुलिस ने राहत की सांस ली। शुक्रवार को खुफिया विभाग हिरासत में लिए व्यक्ति से पूछताछ करता। लेकिन तब तक पुलिस ने उसे छोड़ दिया था। जिस वजह से खुफिया विभाग की जांच अधूरी रह गई है। कोतवाल संजय कुमार ने बताया कि नलई से पकड़ा व्यक्ति विक्षिप्त था। जिसकी पूछताछ के बाद पुष्टि हुई है।