जमीन बेचने के नाम पर 12 करोड़ की धोखाधड़ी
कोलड़ा में जमीन बेचने के नाम पर कालोनाइजर से 12 करोड़ की धोखाधड़ी कर दी गई।
जागरण संवाददाता, रुद्रपुर: कोलड़ा में जमीन बेचने के नाम पर कालोनाइजर से 12 करोड़ की धोखाधड़ी कर दी गई। पता चलते ही जब पीड़ित ने अपनी रकम वापस मांगी तो उसे धमकी दी गई। मामले की तहरीर पर पुलिस ने दंपती समेत पांच आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
अनहद, इंफ्राटेक के डायरेक्टर रितेश डाबर ने पुलिस को सौंपी तहरीर में कहा कि वह आवासीय कालोनी विकसित करता है। बरेली निवासी चरनपाल सिंह सोबती ने अपने रिश्तेदार पंजाबी कालोनी किच्छा निवासी सुरजीत सिंह, सुरजीत कौर पत्नी सुरजीत सिंह, मनप्रीत सिंह पुत्र सुरजीत सिंह के साथ मिलकर ग्राम कोलड़ा में आवासीय कालोनी विकसित करने के लिए 17 एकड़ जमीन खरीदी थी। जिसमें उन्होंने अभिषेक अग्रवाल को भी शामिल किया था। इस दौरान उन्होंने उससे सन सिटी आवासीय कालोनी में दो करोड़ की पूंजी निवेश करने को कहा। उनके झांसे में आकर उसने दो करोड़ का निवेश कर दिया। आश्वासन दिया कि इसके एवज में कालोनी में तैयार विला उपलब्ध कराएंगे। इसके बाद उनका साझेदार अभिषेक अग्रवाल बिना उसे पजेशन दिए अपना कारोबार समाप्त कर भाग गया। जब उसने सुरजीत सिंह और चरनपाल सिंह से संपर्क किया तो उन्होंने निवेश किए गए दो करोड़ रुपये देने से इन्कार कर दिया। साथ ही कहा कि कोलड़ा में खरीदी गई 17 एकड़ में से वह कुछ जमीन बेच चुके है। शेष 14 एकड़ जमीन खरीद लें। उसके दो करोड़ रुपये उसमें समायोजित कर लेंगे। उनके प्रस्ताव को स्वीकार कर उसने तीन करोड़ रुपये और दे दिए, साथ ही उनसे पांच करोड़ का इकरारनामा बनाया।
रितेश डाबर का कहना था कि आवासीय कालोनी विकसित करने में उसके सात करोड़ और खर्च हो गए। इस दौरान पता चला कि चरनपाल सिंह सोबती ने जमीन पर पंजाब नेशनल बैंक से 2012 में 25 करोड़ का लोन लिया था। साथ ही जमीन का कुछ हिस्सा कई और लोगों को बेच दिया था। जिससे जमीन को लेकर उनका लोगों से विवाद होने लगा। इस मामले में उसने 19 जनवरी 2020 को जब चरनपाल सिंह से संपर्क किया तो उससे गालीगलौज और धमकी दी। पीड़ित की शिकायत की जांच के बाद पुलिस ने मंगलवार को आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। कोतवाल कैलाश चंद्र भट्ट ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर लिया है। जांच की जा रही है, इसके बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।