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पांच वर्षो में आश्वासन मिला, मुआवजा नहीं

विकासखंड भिलंगना में लोक निर्माण विभाग की ओर से सड़कों का निर्माण तो कर लिया गया है। लेकिन, छह वर्ष बाद भी लोगों को मुआवजा राशि नहीं मिल पाई है। प्रखंड में एक दर्जन से अधिक सड़कों का ढाई करोड़ से अधिक मुआवजा बकाया है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 07 Feb 2019 06:02 PM (IST)Updated: Thu, 07 Feb 2019 06:02 PM (IST)
पांच वर्षो में आश्वासन मिला, मुआवजा नहीं

संवाद सूत्र, घनसाली: विकासखंड भिलंगना में लोक निर्माण विभाग की ओर से सड़कों का निर्माण तो कर लिया गया है। लेकिन, छह वर्ष बाद भी लोगों को मुआवजा राशि नहीं मिल पाई है। प्रखंड में एक दर्जन से अधिक सड़कों का ढाई करोड़ से अधिक मुआवजा बकाया है। मुआवजे को लेकर ग्रामीण विभाग के चक्कर काटकर थक चुके हैं।

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विकासखंड भिलंगना में लोक निर्माण विभाग भले ही हर गांव को सड़क से जोड़ने की बात करता हो। लेकिन, सड़क निर्माण में ग्रामीणों के कटे खेतों का न तो मुआवजा दिया गया और न ही क्षतिग्रस्त रास्तों की मरम्मत की गई। विभाग ने वर्ष 2013 से अब तक एक दर्जन के करीब मोटर मार्गों का निर्माण किया। लेकिन, प्रभावित ग्रामीणों को करीब ढाई करोड़ की मुआवजे की राशि अबतक नहीं दी गई। पिछले पांच वर्षो से ग्रामीण विभाग के चक्कर काटते हुए थक गए। लेकिन, विभाग सुनने को तैयार नहीं है। स्थानीय निवासी लक्ष्मण ¨सह, पूरब ¨सह, बलवंत रावत, देव ¨सह बताते हैं कि पट्टी गोनगढ़, आरगढ़ में विभाग की ओर से वर्ष 2013-14 में सड़क निर्माण किया गया था। लेकिन, आज तक ग्रामीणों को मुआवजा नहीं दिया गया। सौड़-लैणी, बुढ़वा मोटर मार्ग का निर्माण विभाग ने 2014-15 में किया था। लेकिन, ग्रामीणों को न तो मुआवजा मिला ना ही संपर्क मार्गों की मरम्मत की गई। पिलखी-नैल, बौसुला मोटर मार्ग का कार्य भी 2015-16 में किया गया और तब से ग्रामीण मुआवजे को लेकर परेशान हैं।

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मुआवजा राशि को लेकर हर साल आंगणन शासन में भेजा जाता है। धनराशि उपलब्ध होते ही ग्रामीणों को मुआवजा दिया जाएगा। क्षेत्र में वर्ष 2013 से अभी तक ढाई करोड़ के करीब मुआवजा राशि काश्तकारों को दी जानी बाकी है।

कपिल कुमार, सहायक अभियंता लोनिवि घनसाली


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