त्रियुगीनारायण पैदल मार्ग के अच्छे दिन आने की उम्मीद
दीपक श्रीयाल, घनसाली (टिहरी) केदारनाथ को जोड़ने वाले बेहद अहम सुमार्थ-त्रियुगीनारायण पै
दीपक श्रीयाल, घनसाली (टिहरी)
केदारनाथ को जोड़ने वाले बेहद अहम सुमार्थ-त्रियुगीनारायण पैदल मार्ग की अहमियत आखिरकार जिम्मेदारों की समझ में आ ही गई। वर्षो से उपेक्षित पड़े इस 40 किमी लंबे पैदल मार्ग की मरम्मत का कार्य जल्द शुरू होगा। मार्ग को दुरुस्त करने के साथ ही सुगम बनाने के लिए केदारनाथ विधायक की पहल पर लोनिवि ने डेढ़ करोड़ रुपये का प्रस्ताव शासन में भेजा है। इस राशि से प्रथम चरण के कार्य संपन्न होंगे। इस मार्ग के बनने से जहां पैदल यात्रियों को सहूलियत मिलेगी, वहीं आपदा की दृष्टि से भी यह बेहद सुरक्षित मार्ग है।
2013 की आपदा के दौरान हजारों यात्री केदारनाथ की पहाड़ियों पर फंस गए थे और सड़क मार्ग तक पहुंचने का उन्हें कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा था। तब सरकार ने वर्षो से बंद पड़े पैदल मार्गो को खोलने की बात कही थी, लेकिन फिर बात आई-गई हो गई। यहां तक कि सुरांस-सुमार्थ से त्रियुगीनारायण होते हुए केदारनाथ को जोड़ने वाले पैदल मार्ग की सुध भी नहीं ली गई। जबकि, यह त्रियुगीनारायण से केदारनाथ जाने-आने का सबसे सरल और सुरक्षित पैदल मार्ग है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए क्षेत्रीय विधायक की पहल पर लोनिवि ने सुमार्थ-त्रिजुगीनारायण को फिर से जिंदा करने की कवायद शुरू की है। मार्ग बनने के बाद यात्री सुमार्थ, डांगी, थार्ती, चिरबटिया व घुत्तू से त्रिजुगीनारायण होते हुए पैदल केदारनाथ की यात्रा कर सकेंगे। इससे आपदा जैसी स्थिति में इस मार्ग का महत्व तो बढ़ेगा ही, कई गांवों का आवागमन भी सुगम हो जाएगा।
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मार्ग पर पड़ने वाले पर्यटन एवं धार्मिक स्थल
चिरबटिया, पवांली कांठा, माटिया बुग्याल, ताली बुग्याल, मां दूधाधारी देवी मंदिर, जगदीशिला।
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बढ़ेगी पर्यटकों की आमद
सामाजिक कार्यकर्ता भजन रावत ने बताया कि त्रियुगीनारायण पैदल मार्ग बन जाने के बाद केदारनाथ की पैदल दूरी 15 से 18 किमी रह जाएगी। साथ ही इससे पर्यटकों की आमद भी बढ़ेगी, जो मार्ग से जुड़े गांवों की आर्थिकी को मजबूत करेगी।
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'सुमार्थ-त्रियुगीनारायण मार्ग को सरल एवं सुलभ बनाने के लिए मेरे स्तर से प्रयास हो रहा है। इस संबंध में मुख्यमंत्री से मुलाकात कर मार्ग के लिए शीघ्र की धन स्वीकृत करवाया जाएगा। फिलहाल सरकार ने मार्ग के प्रथम चरण के लिए डेढ़ करोड़ रुपये स्वीकृत करने का भरोसा दिलाया है।'
-शक्तिलाल शाह, विधायक, घनसाली क्षेत्र
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'मार्ग की मरम्मत के लिए पूर्व मे 52 लाख रुपये का प्रस्ताव शासन को भेजा गया था। लेकिन धन स्वीकृत न होने के कारण अब तक कार्य नहीं हो पाया। अब दोबारा डेढ़ करोड़ रुपये का प्रस्ताव भेजा गया है।'
-डीएल वर्मा, अधिशासी अभियंता, लोनिवि, घनसाली