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छात्र ने जब पीएम का नाम बताया, तो जवाब सुनकर सब हो गए हैरान

मुख्य शिक्षा अधिकारी ने गंगी के प्राइमरी स्‍कूल के एक छात्र से प्रधानमंत्री का नाम पूछा तो जवाब सुनकर वह हैरान हो गए। छात्र ने ग्राम प्रधान को प्रधानमंत्री बताया।

By Sunil NegiEdited By: Published: Thu, 05 Jan 2017 08:27 PM (IST)Updated: Sat, 14 Jan 2017 02:35 AM (IST)
छात्र ने जब पीएम का नाम बताया, तो जवाब सुनकर सब हो गए हैरान
छात्र ने जब पीएम का नाम बताया, तो जवाब सुनकर सब हो गए हैरान

नई टिहरी, [अनुराग उनियाल]: सीमांत गांव गंगी में शिक्षा की गंगा नहीं बही है। यही कारण है कि मुख्य शिक्षा अधिकारी ने हाल ही में जब जिले के सीमांत गांव गंगी का दौरा किया तो यहां पर प्राइमरी और जूनियर हाईस्कूल में छात्रों की शैक्षिक हालत हैरत करने वाली मिली। छात्रों का जवाब सुनकर मुख्य शिक्षाधिकारी भी चिंता में पड़ गए हैं।

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सीईओ ने जब छात्रों से पूछा कि हमारे देश के प्रधानमंत्री का क्या नाम है तो छात्रों का जवाब था नैन सिंह, नैन सिंह गंगी के प्रधान है। वहीं अन्य छात्र से जब पूछा गया कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री कौन है तो छात्र ने भी गांव के एक व्यक्ति कलम सिंह का नाम बता दिया। छात्रों का जवाब सुन उनका माथा ठनक गया और उन्होंने शिक्षकों को कड़े निर्देश दिए हैं कि वह छात्रों को बेहतर से बेहतर शिक्षा दें। साथ ही प्रगति की रिपोर्ट बनाकर उन्हें भेजे।

जिले का सबसे दूरस्थ गांव गंगी के छात्रों का सामान्य ज्ञान भी गंगी से बाहर नहीं निकल पाया। कहने के लिए तो यहां पर हाईस्कूल स्तर का विद्यालय है, लेकिन यहां पढ़ने वाले छात्रों का शैक्षणिक हालत विभाग के माथे पर बल डालने वाला है। सड़क से 12 किमी पैदल इस गांव में वर्षों से विभाग का कोई अधिकारी नहीं पहुंच पाया। अभी हाल ही में वभाग के सबसे बड़ा धिकारी मुख्य शिक्षाधिकारी दिनेशचंद्र गौड़ ने हिम्मत दिखाते हुए बारह किमी की पैदल दूरी तय कर इस दूरस्थ गांव पहुंचे। जब वह यहां के छात्रों से रूबरू हुए तो सरकारी शिक्षा की हकीकत सामने आई।

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सड़क न होना भी एक कारण

गंगी गांव सड़क से 12 किमी दूर है। यहां के बच्चे अभी गांव से बाहर नहीं गए। यहां पहले जूनियर विद्यालय था जो अभी कुछ समय पहले हाईस्कूल में उच्चीकृत हुआ। जब यह जूनियर विद्यालय था तब दूरी के कारण यहां पर शिक्षक जाने के लिए तैयार नहीं थे। चार सालों से जूनियर विद्यालय शिक्षक विहीन रहा। यहां न तो बिजली है जिससे बच्चे समाचार सुन सके और न कोई अन्य साधन जिस कारण बच्चों का सामान्य ज्ञान का स्तर काफी कम है।
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छात्रों को बेहतर शिक्षा के साथ ही सामान्य ज्ञान भी दें

मुख्य शिक्षाधिकारी दिनेशचंद्र गौड़ ने कहा कि शिक्षकों को कड़े निर्देश दिए गए हैं कि वह छात्रों को बेहतर शिक्षा के साथ ही सामान्य ज्ञान भी दें और इसकी बराबर रिपोर्ट बनाकर उन्हें भेजे।

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