स्कूलों में छात्र-शिक्षक अनुपात सही न होने पर आक्रोश
थौलधार क्षेत्र पंचायत की बैठक में कोरोनाकाल के दौरान लंबे अवकाश के बाद भी स्कूलों की व्यवस्था में सुधार नहीं होने पर सदस्यों ने नाराजगी जताई।
संवाद सूत्र, कंडीसौड़: थौलधार क्षेत्र पंचायत की बैठक में कोरोनाकाल के दौरान लंबे अवकाश के बाद भी स्कूलों की व्यवस्था में सुधार नहीं होने पर सदस्यों ने नाराजगी जताई। बैठक में शिक्षा, खाद्य आपूर्ति, पीएमजीएसवाई, लोनिवि आदि के मुद्दे छाए रहे।
थौलधार बीडीसी बैठक प्रमुख प्रभा बिष्ट की अध्यक्षता में आयोजित की गई। पीएमजीएसवाइ में चर्चा पर जिला पंचायत सदस्य विनोद कोहली ने कहा कि मैण्डखाल-बंगियाल मोटर मार्ग पर वाहन चलाना खतरनाक बना हुआ है। जिला पंचायत सदस्य भरत बुटोला ने रतनौ-क्यूलागी मार्ग का मामला उठाते हुए कहा कि खस्ताहाल सड़क की मरम्मत नहीं की जा रही है। कई दोपहिया वाहन चालक चोटिल हो चुके हैं। शिक्षा पर चर्चा में प्रधान संगठन के जिलाध्यक्ष रविंद्र सिंह ने बैठक में मौजूद जिला शिक्षा अधिकारी एसएस बिष्ट से कहा कि वह अपने आफिस में जनप्रतिनिधियों से सही ढ़ंग से बात तक नहीं करते हैं। उन्होंने कहा कि कहीं पांच छात्रों पर चार अध्यापक तो कहीं पंद्रह छात्रों पर एक अध्यापक की नियुक्ति की गई है। ग्राम प्रधान सेमवाल गांव रमेश सिंह, ग्राम प्रधान डांग तल्ला ऋषिराम ने कहा कि कोरोना महामारी के भयावह दौर में लंबी अवधि तक स्कूल बंद रहे हैं, बड़ी मुश्किल से विद्यालय संचालन हो रहा है, लेकिन प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षा की स्थिति सुधर नहीं पाई है। भवनों की स्थिति दयनीय है। इससे अच्छे परिणाम तो निजी स्कूलों के पांच-छह हजार मासिक वेतन पाने वाले अध्यापक दे रहे हैं। इस वक्तव्य पर पूरा सदन तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। जिला पंचायत सदस्य जयबीर रावत ने विकास खंड में सहायक समाज कल्याण अधिकारी के नियुक्ति की मांग की है। इससे गरीब, असहायों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बैठक में मौजूद जिला पंचायत अध्यक्ष सोना सजवाण एवं सीडीओ नमामि बंसल ने जिम्मेदार अधिकारियों को शिकायतों के त्वरित निस्तारण के निर्देश दिए। इस अवसर पर डीडीओ सुनील कुमार, खंड विकास अधिकारी डीपी थपलियाल,अ ज्येष्ठ उप-प्रमुख महावीर चंद रमोला, कनिष्ठ प्रमुख ज्ञान सिंह, विनोद कोहली, भरत सिंह बुटोला, रजनीश कुमार आदि मौजूद थे।