प्रवासियों के हाथ में है सबकी सुरक्षा: सीडीओ
हर दिन सैंकड़ों की संख्या में आ रहे प्रवासियों के हाथों में ही अपने गांव और अपने लोगों की सुरक्षा है। प्रशासन ने प्रवासियों से भी कोरोना काल की इस संकट की घड़ी में धैर्य रखने की अपील की है और कहा है कि प्रवासी क्वारंटाइन में रहने के बाद ही अपने घरों में जाएं। थोड़ी से चूक सभी पर भारी पड़ सकती है।
जागरण संवाददाता, नई टिहरी: हर दिन सैंकड़ों की संख्या में आ रहे प्रवासियों के हाथों में ही अपने गांव और अपने लोगों की सुरक्षा है। प्रशासन ने प्रवासियों से भी कोरोना काल की इस संकट की घड़ी में धैर्य रखने की अपील की है और कहा है कि प्रवासी क्वारंटाइन में रहने के बाद ही अपने घरों में जाएं। थोड़ी से चूक सभी पर भारी पड़ सकती है।
बाहरी राज्यों से आने वाले प्रवासियों की संख्या हर दिन बढ़ रही है। दो मई से 22 मई तक टिहरी में 23265 प्रवासी पहुंच चुके हैं। जिले में एक साथ इतने लोगों की व्यवस्थाएं करने में प्रशासन को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। खासतौर पर भिलंगना और प्रतापनगर ब्लॉक में सबसे ज्यादा प्रवासी आ रहे हैं। शनिवार को ऋषिकेश से मुंबई से आए लगभग चार सौ प्रवासी टिहरी के लिए रवाना किए गए। इनके लिए घनसाली में घुमेटीधार इंटर कालेज, सेंदूल डिग्री कालेज और अन्य स्कूलों के भवन प्रशासन ने चिह्नित किए। यहां पर इन सभी को क्वारंटाइन किया जाएगा। इसी तरह प्रतापनगर में भी लंबगांव डिग्री कालेज और अन्य स्कूलों में व्यवस्थाएं की गई हैं। प्रशासन इन प्रवासियों को इनके गांव नहीं भेजेगा। तहसील स्तर पर ही यह क्वारंटाइन किए जाएंगे। कुछ दिन रखने के बाद इन्हें इनके गांवों में बनाए सेंटरों में शिफ्ट किया जाएगा। नरेंद्रनगर एसडीएम युक्ता मिश्रा ने बताया कि मुनि की रेती से कुछ प्रवासियों को टिहरी भेजा जा रहा है। 142 प्रवासियों के सैंपल लिए गए हैं और उन्हें मुनि की रेती में क्वारंटाइन किया गया है। मुख्य विकास अधिकारी अभिषेक रुहेला ने कहा कि रेड जोन से आ रहे प्रवासियों के हाथ में सबकी सुरक्षा है। उन्हें संकट की इस घड़ी में धैर्य बनाए रखना होगा। समझदारी से ही कोरोना से निपटा जा सकेगा। प्रशासन पूरी तरह से प्रवासियों के साथ खड़ा है।